जम्मू-कश्मीर में शीतलहर और कोहरे का प्रकोप जारी, मुगल रोड और श्रीनगर-लेह मार्ग बंद
पिछले सप्ताह हुई बारिश और बर्फबारी के बाद वीरवार को चौथे दिन भी मौसम साफ है। पिछले सप्ताह बारिश और बादल छाए रहने के बाद यहां न्यूनतम तापमान में बृद्धि हुई थी लेकिन मौसम साफ होने और धूप निकलने के साथ की शीतलहर का प्रकोप शुरू हो गया है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : लोहड़ी पर ठंड का प्रकोप जारी है। मैदानी क्षेत्रों में कोहरे और शीत लहर ने जीना मुहाल कर रखा है। न्यूनतम तापमान के गिरना लगातार जारी है। पूरे कश्मीर संभाग, लेह न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चल रहा है। जम्मू संभाग के बनिहाल, बटोत, भद्रवाह, पुंछ, बनी आदि क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चल रहा है। मैदानी क्षेत्रों में सुबह कोहरा इतना ज्यादा था कि तेज रफ्तार दौड़ने वाली गाड़ियां भी रैंगने का विवश दिखी। सुबह दस बजे तक अधिकतर गाड़ियों को हेड लाइट ऑन करके ही चलना पड़ रहा था।
पिछले सप्ताह हुई बारिश और बर्फबारी के बाद वीरवार को चौथे दिन भी मौसम साफ है। पिछले सप्ताह बारिश और बादल छाए रहने के बाद यहां न्यूनतम तापमान में बृद्धि हुई थी लेकिन मौसम साफ होने और धूप निकलने के साथ की शीतलहर का प्रकोप शुरू हो गया है। न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट आई है। मौसम साफ रहने के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग खुला हुआ है। मुगल रोड और श्रीनगर-लेह राजमार्ग अभी बंद है। इसके जल्द खुलने के आसार नहीं हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र, श्रीनगर से मिली जानकारी अनुसार, अब 17 जनवरी तक मौसम साफ रहेगा। 17 से फिर से पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बनता दिख रहा है। मौसम साफ होने के बाद शीतलहर का प्रकोप शुरू हो गया है। जिसके चलते रात के समय तापमान गिरने लगा है। कुछ दिनों तक तापमान सामान्य से नीचे ही रहने की संभावना है।
जनवरी के पहले सप्ताह में हुए भारी हिमपात से सेब सहित गेहूं की बेहतर पैदावार की उम्मीद बंध गई है। अक्टूबर महीने के बाद लंबे अर्से बाद पर्याप्त बारिश हुई है।सेब की बेहतर पैदावार के लिए चिलिंग आवर्स पूरे होने आवश्यक हैं। प्रदेश के कंडी क्षेत्रों में बारिश नहीं होने से गेहूं की फसल सूखने लगी थी। जिसे अब संजीवनी मिली है। कृषि मौसम विशेषज्ञ डा. मोहिंद्र सिंह ने कहा कि किसानों को चाहिए कि खेतों में पानी खड़ा न होने दें। खेतीवाड़ी काम कर सकते हैं। कृषि के लिए मौसम अनुकूल है।
कहां कितना रहा तापमान :
स्थान अधिकतम न्यूनतम
जम्मू 19.3 5.5
कटड़ा 17.5 5.5
बनिहाल 7.0 -1.0
भद्रवाह 7.5 -2.7
बटोत 8.7 -0.2
श्रीनगर 6.7 -2.7
गुलमर्ग -1.0 -11.0
पहलगाम 4.0 -9.4
काजीकुंड 7.0 -5.8
कुपवाड़ा 7.7 -2.5
कुकरनाग 5.0 -6.1