पेट्रोल पंपों पर लगे ताले, सूखने लगी गाड़ियों की टंकियां
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू में पिछले 72 घंटे से पेट्रोल पंप बंद पड़े हैं। अब हालात यह है
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू में पिछले 72 घंटे से पेट्रोल पंप बंद पड़े हैं। अब हालात यह है कि गाड़ियों की टंकियां सूखने लगी हैं। लोग पेट्रोल-डीजल की तलाश में भटकने लगे हैं। रविवार को काफी संख्या में लोग पेट्रोल-डीजल की तलाश में भटकते नजर आए। तालाब तिल्लो क्षेत्र में रविवार दोपहर को एक पेट्रोल पंप खुला था। पता चलते ही लोगों की भीड़ वहां उमड़ पड़ी। कुछ ही देर में यहां तेल खत्म हो गया। उधर, नानक नगर व त्रिकुटा नगर इलाके में भी कुछ पेट्रोल पंप खुले और लोग दूर-दूर से यहां पेट्रोल-डीजल लेने पहुंचे। कुछ घंटों में यहां भी पंप सूख गए और देर से पहुंचने वालों को निराश लौटना पड़ा।
चौदह फरवरी को जब पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ तो लोगों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि जम्मू में बंद इतना लंबा चलेगा। बंद के दौरान शहर के कुछ इलाकों में पंप खुले थे लेकिन कर्फ्यू लगने के बाद शहर के सभी पेट्रोल पंप लगातार बंद हैं। जम्मू में प्रतिदिन करीब 200 किलोलीटर पेट्रोल व 300 किलोलीटर डीजल की खपत होती है। पिछले दो दिन से यह सप्लाई पूरी तरह से बंद पड़ी है। अब कर्फ्यू खुलने के बाद ही पेट्रोल पंपों पर सप्लाई बहाल हो पाएगी। ऐसे में अगर सोमवार को कर्फ्यू में ढील नहीं मिली तो पेट्रोल-डीजल की किल्लत गहरा सकती है।
रविवार को पेट्रोल-डीजल की किल्लत का सबसे अधिक एहसास आवश्यक सेवाओं में लगे सरकारी कर्मचारियों को हुआ। कर्फ्यू के बीच अस्पतालों में तैनात कर्मचारियों व अन्य स्टाफ की ड्यूटी अनिवार्य रहती है लेकिन आज कई कर्मचारी गाड़ी में पेट्रोल-डीजल न होने के कारण काम पर नहीं पहुंच पाए। एसएमजीएस अस्पताल में तैनात रोहित शर्मा सतवारी में रहते हैं। उन्होंने बताया कि पेट्रोल की तलाश में वह नानक नगर और मीरां साहिब तक गए लेकिन तेल नहीं मिला लेकिन तेल की तलाश में मोटरसाइकिल में जो पेट्रोल था, वो भी खत्म हो गया। इस कारण वह आज आफिस ही नहीं जा पाए। इस हालात में कोई अपनी गाड़ी से थोड़ा पेट्रोल निकाल कर देने को भी तैयार नहीं। अब सोमवार को अगर पंप खुलते हैं, तो कहीं से पेट्रोल लाकर आफिस पहुंचा जा सकेगा।