Jammu: धर्मार्थ ट्रस्ट पर भूमि घोटाला करने का आरोप, कहा-सीबीआइ करे जांच
जम्मू कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट के तहत आने वाले मंदिरों का अलग बोर्ड बनाने या धर्मार्थ ट्रस्ट का श्राइन बोर्ड में विलय करने की मांग को लेकर पिछले 54 दिन से आंदोलन कर रहे धर्मार्थ ट्रस्ट के असंतुष्ट कर्मचारियों ने धर्मार्थ ट्रस्ट पर भूमि घोटाला करने का आरोप लगाया है।
जम्मू , जागरण संवाददाता : जम्मू कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट के तहत आने वाले मंदिरों का अलग बोर्ड बनाने या धर्मार्थ ट्रस्ट का श्राइन बोर्ड में विलय करने की मांग को लेकर पिछले 54 दिन से आंदोलन कर रहे धर्मार्थ ट्रस्ट के असंतुष्ट कर्मचारियों ने धर्मार्थ ट्रस्ट पर भूमि घोटाला करने का आरोप लगाया है।
कर्मचारियों ने इसकी जांच सीबीआइ से करवाने की मांग की है। कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रस्टियों ने धर्मार्थ ट्रस्ट की अधिकतर जमीनों को गैर हिंदुओं को बेच दी हैं। मंदिरों की भूमि को बेचने में कई घोटाले हुए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि धर्मार्थ ट्रस्ट की संपत्ति को बेचा ही क्यों जा रहा है। इससे साफ है कि धर्मार्थ ट्रस्ट प्रबंधन और ट्रस्टी ट्रस्ट को तरीके से चलाने में विफल हैं। उन्हें डर है कि पैसे के लालच में दूसरे मंदिरों की विरासत को भी बेच न दिया जाए। राजौरी और श्रीनगर ही नहीं, देश के दूसरे हिस्सों में भी धर्मार्थ ट्रस्ट की जमीनें बेची गई हैं। हालत यह है कि श्रीनगर में धर्मार्थ ट्रस्ट के पुराने कार्यालय श्री रणबीर भवन को भी बेच दिया, जो एक बहुत बड़ी गड़बड़ी है।
उन्होंने कहा कि धर्मार्थ ट्रस्ट कर्मचारी एसोसिएशन सरकार से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहा है। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि मंदिरों की दूसरी संपत्ति में भी कई तरह की हेराफेरी हुई है। ट्रस्ट के पास पैसे की कोई कमी नहीं है, लेकिन कर्मचारियों ने जब-जब अपने हक की बात की है, उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। नियम कानून का बिल्कुल पालन नहीं हो रहा है।
धरना-प्रदर्शन में पूर्व अध्यक्ष करनैल चंद ठाकुर, पूर्व महासचिव प्रीतम शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र शास्त्री, सुनीत शर्मा, संजीव कुमार शर्मा, सुभाष, पुरुषोत्तम, बृजमोहन शर्मा, ओमप्रकाश, रामपाल, बलवंत शास्त्री, विमल खजूरिया आदि लोग मौजूद रहे। कर्मचारियों की भूख हड़ताल जारी एसोसिएशन की अध्यक्ष विवेक बंद्राल की अध्यक्षता में हुए एसोसिएशन की बैठक में निर्णय लिया गया कि जब तक सभी मामले सुलझ नहीं जाते आंदोलन जारी रहेगा। कर्मचारी अपना हक लेकर रहेंगे। कर्मचारियों ने कहा कि उनके साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए किसी भी ट्रस्टी को माफ नहीं किया जाएगा। शनिवार को क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठने वालों में जीवनलाल, हेमराज, पुरुषोत्तम, गीता देवी, फकीर चंद, परसिनो देवी, केवल, त्रिभुवन, चमन लाल और विनोद शर्मा शामिल थे।