Bharat Bandh In Jammu: किसानों के समर्थन में जम्मू में चक्का जाम, ट्रांसपोर्टरों ने बिक्रम चौक से निकाली विरोध रैली
एसोसिएशन के चेयरमैन टीएस वजीर ने इस मौके पर किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि नए कृषि कानून देश में पूंजीवाद को बढ़ावा देंगे और इससे किसानों को उनकी मेहनत का फल नहीं मिलेगा। इससे किसान चंद पूंजीवादियों के हाथों की कठपुतली बन जाएगा।
जम्मू, जागरण संवाददाता: नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के भारत बंद का मंगलवार को जम्मू में भी असर दिखा। ट्रांसपोर्टरों के अलावा विपक्षी दलों ने किसानों की मांग का समर्थन करते हुए शहर के विभिन्न क्षेत्रों में केंद्र सरकार विरोधी प्रदर्शन किए।
आल जेएंडके ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने भारत बंद का समर्थन करते हुए आज चक्का जाम रखा था जिसके चलते कोई भी यात्री वाहन सड़क पर नहीं उतरा। इस कारण यातायात सेवाएं पूरी तरह से ठप रही। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए जेएंडके रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन की ओर से कुछ रूट पर बसें चलाई गई लेकिन इसके बावजूद लोगों को अपना सफर तय करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
किसानों के समर्थन में चक्का जाम रखने वाली आल जेएंडके ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने मंगलवार सुबह शहर के बिक्रम चौक से केंद्र सरकार के विरोध में रैली भी निकाली। रैली के दौरान ट्रांसपोर्टरों ने किसानों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए नए कृषि कानूनों को काला कानून करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है और नए कृषि कानूनों से देश के किसानों का शोषण होगा।
एसोसिएशन के चेयरमैन टीएस वजीर ने इस मौके पर किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि नए कृषि कानून देश में पूंजीवाद को बढ़ावा देंगे और इससे किसानों को उनकी मेहनत का फल नहीं मिलेगा। इससे किसान चंद पूंजीवादियों के हाथों की कठपुतली बन जाएगा। वजीर ने किसानों के इस आंदोलन में जम्मू-कश्मीर का ट्रांसपोर्टर पूरी तरह से उनके साथ है और जब तक सरकार नए कृषि कानून वापस नहीं लेगी, उनका आंदाेलन जारी रहेगा। ट्रांसपोर्टरों की बिक्रम चौक से आरंभ हुई रैली डिग्याना कैंप पहुंची जहां ट्रांसपोर्टरों व किसानों ने केंद्र सरकार के विरोध में धरना दिया।