Jammu Kashmir: लांचिंग पैडों पर आतंकी सक्रिय, एलओसी पर सेना व आइबी पर सीमा सुरक्षाबल के जवान अलर्ट
दुश्मन की इस रणनीति को नाकाम बनाने के लिए नियंत्रण रेखा पर सेना व अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षाबल का हाई अलर्ट जारी है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर में बेहतर होते हालात को देखकर हताश पाकिस्तान सीमा पर खूनखराबा कर देश विरोधी तत्वों का हौसला बढ़ा रहा है। गोलाबारी की आड़ में आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए वह पूरा जोर लगा रहा है। ऐसे में किसी भी हालात से निपटने के लिए नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सेना और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आइबी) पर सीमा सुरक्षाबल के जवान हाई अलर्ट पर हैं।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान इस समय एलओसी पर दबाव बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने एलओसी पर अपने लांचिंग पैडों पर आतंकियों को सक्रिय कर दिया है। यही कारण है कि इस समय गोलाबारी एलओसी तक ही सीमित है। आइबी के पार आतंकियों की मौजूदगी के बावजूद पाक रेंजर्स अपने से कई गुणा मजबूत सीमा सुरक्षाबल के जवानों से उलझने से बच रहे हैं।
जम्मू कश्मीर में इस साल अब तक पाकिस्तान 2051 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर चुका है। इसमें कई सुरक्षाकर्मियों समेत 21 लोगों की मौत भी हो चुकी है। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को भी जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। दुश्मन की इस रणनीति को नाकाम बनाने के लिए इस तरफ भी पूरी तैयारी है। सेना के उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह एलओसी के दौरे कर सैनिकों का मनोबल बढ़ा रहे हैं। वहीं, जम्मू डिवीजन में आइबी पर कड़ी सतर्कता को बरकरार रखने के लिए सीमा सुरक्षाबल के जम्मू फ्रंटियर के आइजी एनएस जम्वाल भी लगातार दौरे कर रहे हैं।
पाक के कई सैनिकों को मार गिराया
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय सेना इस रणनीति से भलीभांति परिचित होने के कारण पाकिस्तान पर भारी पड़ रही है। कश्मीर में बॉर्डर एक्शन टीम की शह पर एलओसी पर दो हमलों को नाकाम कर पाकिस्तान के कई सैनिकों को मार गिराया गया है। कश्मीर में सक्रिय आतंकियों को भी उनके अंजाम तक पहुंचाया जा रहा है।
भारतीय जवान साजिश को नाकाम बनाने में माहिर
सेवानिवृत्त मेजर जनरल जीएस जम्वाल का कहना है कि पाकिस्तान की नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। सीमा पर शांति पाकिस्तान को रास नहीं आती है। उसकी पूरी कोशिश रहती है कि सीमा अशांत रहे और इसकी आड़ में वह अपने मंसूबों को परवान चढ़ा सके, लेकिन भारतीय सेना व सीमा सुरक्षाबल उसकी साजिशों को नाकाम बनाने में माहिर हो गई है। यही कारण है कि पाकिस्तान हताशा में आम लोगों को निशाना बनाता है। आइबी पर गोलाबारी की स्थिति में पाकिस्तान को कहीं अधिक नुकसान होता है, इसलिए वह एलओसी पर जोर लगा रहा है।
पाक त्रिस्तरीय रणनीति पर कर रहा काम
पाकिस्तान नाकाम मंसूबों को कामयाब बनाने के लिए त्रिस्तरीय रणनीति पर काम कर रहा है। उसकी बॉर्डर एक्शन टीमें घुसपैठ की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। पाक सेना के स्नाइपर्स जवानों को निशाना बनाने की ताक में हैं तो आइएसआइ जम्मू कश्मीर में आतंकियों व अलगाववादियों को शह देकर हालात बिगाडऩे की रणनीति पर काम कर रही है।