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Jammu : सीबीआइ ने कश्मीर के पूर्व डिवीजनल कमिशनर के जम्मू स्थित आवास पर मारा छापा

सीबीआइ ने कश्मीर के दो पूर्व डिवीजनल कमिशनरों श्रीनगर के दो तत्कालीन डिप्टी कमिनरों पूर्व असिस्टेंट कमिशनर नजूल पूर्व श्रीनगर तहसीलदार नजूल के अलावा जमीन के खरीदारों के जम्मू श्रीनगर और दिल्ली में नौ ठिकानों पर शुक्रवार को एक साथ छापेमारी की।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Fri, 16 Jul 2021 08:49 PM (IST)Updated: Fri, 16 Jul 2021 08:49 PM (IST)
Jammu : सीबीआइ ने कश्मीर के पूर्व डिवीजनल कमिशनर के जम्मू स्थित आवास पर मारा छापा
पूर्व आइएएस अधिकारी एवं नेशनल कांफ्रेस के वरिष्ठ नेता महबूब इकबाल के जम्मू और श्रीनगर आवास पर छापे मारे गए।

जम्मू, जागरण संवाददाता : सरकारी भूमि की खरीद-बिक्री में घोटाले के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआइ ने कश्मीर के दो पूर्व डिवीजनल कमिशनरों, श्रीनगर के दो तत्कालीन डिप्टी कमिनरों, पूर्व असिस्टेंट कमिशनर नजूल, पूर्व श्रीनगर तहसीलदार नजूल के अलावा जमीन के खरीदारों के जम्मू, श्रीनगर और दिल्ली में नौ ठिकानों पर शुक्रवार को एक साथ छापेमारी की। इस दौरान काफी दस्तावेज जब्त किए गए हैं। अभी कई खुलासे होने हैं।

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इन पूर्व नौकरशाहों ने कौड़ियों के दाम पर गुलमर्ग में जमीन खरीदी फिर उसे बाद में बेच दिया। सीबीआइ का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है। छापे के दौरान सीबीआइ को मामाले से जुड़े दस्तावेज और उनके जम्मू, श्रीनगर, दिल्ली स्थित ठिकानों पर छापों के दौरान चल-अचल संपत्ति के दस्तावेजों के अलावा 25 लाख रुपये से भी अधिक के फिक्सड डिपाजिट्स, लगभग दो लाख कैश, छह बैंकों के लॉकर उनके नंबर व बैंक खातों का ब्योरा भी मिला है। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले की जांच जारी है।

एक पूर्व आइएएस अधिकारी एवं नेशनल कांफ्रेस के वरिष्ठ नेता महबूब इकबाल के जम्मू और श्रीनगर आवास पर भी छापे मारे गए। जम्मू में महबूब इकबाल के चौआदी स्थित आवास पर छापेमारी के लिए स्पेशल जज ने सर्च वॉरट जारी किया था। महबूब इकबाल के अलावा कई ऐसे नौकरशाहों के घरों में छापेमारी की गई, जिन्होंने अपने स्वार्थपूर्ति के लिए विश्व प्रसिद्ध गुलमर्ग में कौड़ियों के भाव जमीन को बेच दिया था। बाद में जिन लोगों को जमीन बेची गई, उन्होंने इसे रोशनी एक्ट के तहत अपने नाम रजिस्टर्ड करवा लिया। मामला वर्ष 2009 का है, जब गुलमर्ग घोटाला सुर्खियाें में आया था। उस समय महबूब इकबाल कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर के पद पर थे।

रोशनी एक्ट के तहत दर्ज किया गया था मामला : सीबीआई के मुख्य सूचना अधिकारी का कहना है कि जिन नौ ठिकानों पर छापे मारे गए उनमें कश्मीर के दो डिवीजनल कमिशनर, दो डिप्टी कमिशनर श्रीगनर, असिस्टेंट कमिशनर नजूल, श्रीनगर तहसीलदार नजूल रह चुके हैं। इसके अलावा वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने औने-पौने में गुलमर्ग में जमीन खरीदी। बता दें कि जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट ने रोशनी घोटाले के तहम मामला दर्ज किया था। श्रीनगर शहर के पॉश इलाके में करोड़ों रुपये की 7 कनाल और 7 मरला सरकारी जमींन बहुत कम कीमत पर बेच दिया गया। इससे राज्सव को काफी नुकसान पहुंचा। नौकरशाहों पर यह भी आरोप है कि उन्होंने जमीनों की कीमत तय करने वाली कमेटी की सिफारिशों को भी दरकिनार कर दिया था।

पीडीपी से चुनाव भी लड़ चुके हैं महबूब इकबाल : महबूब के अलावा अन्य नौकरशाहों का नाम भी इस घोटाले में सामने आया था। महबूब इकबाल ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की टिकट पर भद्रवाह विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुके हैं। वह जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के चैयरमेन व जम्मू कश्मीर प्रथम श्रेणी क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके महबूब इकबाल भाजपा-पीडीपी सरकार के दौरान पीडीपी के महासचिव भी रह चुके हैं। वर्ष भाजपा-पीडीपी सरकार गिरने के बाद महबूब इकबाल पीडीपी का दामन छोड़ नेशनल कांफ्रेंस में शामिल हो गए थे।


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