Coronavirus: श्रीनगर जिले में कोरोना संक्रमण के मामले आना जारी, 15 अक्टूबर तक टीकाकरण करने के निर्देश
रविवार को आए कुल 127 मामलों में से 23 जम्मू संभाग और 104 कश्मीर संभाग के हैं। कश्मीर में सबसे अधिक 56 मामले श्रीनगर जिले के हैं बारामुला में 13 पुलवामा में 12 और बडगाम में आठ मामले आए। कुपवाड़ा कुलगाम और शोपियां जिलों में एक भी मामला नहीं आया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में अभी भी हर दिन संक्रमण के मामले सौ से अधिक आ रहे हैं। इनमें श्रीनगर जिले में ही पचास फीसद मामले शामिल हैं। रविवार को आए 127 मामलों में भी 56 मामले श्रीनगर जिले के हैं। इन्हें मिलाकर अब तक 3,29,008 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं 175 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अब तक 3,23,072 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। यही नहीं सीडी अस्पताल श्रीनगर में भर्ती एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत भी हुई है।
नेशनल हेल्थ मिशन से मिले आंकड़ों के अनुसार, रविवार को आए कुल 127 मामलों में से 23 जम्मू संभाग और 104 कश्मीर संभाग के हैं। कश्मीर में सबसे अधिक 56 मामले श्रीनगर जिले के हैं जबकि बारामुला में 13, पुलवामा में 12 और बडगाम में आठ मामले आए। कुपवाड़ा, कुलगाम और शोपियां जिलों में एक भी मामला नहीं आया।
इसी तरह जम्मू संभाग में जम्मू और डोडा जिलों में छह-छह मामले आए जबकि राजौरी में चार, कठुआ में तीन मामले आए। किश्तवाड़ और पुंछ जिलों में एक भी मामला नहीं आया। रविवार को 175 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अब सक्रिय मरीजों की संख्या कम होकर 1514 रह गई है। श्रीनगर जिले में सबसे अधिक 703 सक्रिय मरीज हैं जबकि शोपियां में सबसे कम चार मरीज है। यहीं नहीं सीडी अस्पताल श्रीनगर में एक मरीज की मौत होने के बाद अब तक 4422 मरीजों की मौत हो चुकी है।
इसी बीच उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 15 अक्टूबर तक जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों को कोविड से बचाव के लिए वैक्सीन की पहली डोज लगाने के निर्देश दिए। राजभवन में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में कोविड के वर्तमान हालात की समीक्षा करते हुए उन्होने यह निर्देश दिए। उन्होंने सभी एसएसपी और जिला उपायुक्तों से एसओपी का सख्ती के साथ पालन करवाने को कहा। उन्होंने पर्यटन क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों को दोनों डोज लगाना भी सुनिश्चित बनाने को कहा। उन्होंने पाकों में एसओपी के पालन को लेकर निगरानी करने को कहा।
उन्होंने कहा कि सख्ती के साथ ही कोविड की तीसरी लहर से बचा जा सकता है। उपकरणों के आडिट के लिए गठित कमेटियों द्वारा अभी तक रिपोर्ट न भेजने को भी उपराज्यपाल ने गंभीरता से लेते हुए इन्हें तत्काल जमा करवाने को कहा। स्वास्थ्यएवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विवेक भरद्वाज ने इसका उदघाटन किया।