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World Cancer Day 2021: अब लाइलाज नहीं कैंसर, किसी भी स्टेज में जम्मू में इलाज संभव

बड़ी सर्जरी करने पर भी मरीज को दर्द नहीं होता है। मरीजों के लिए कई योजनाएं डा. चौधरी का कहना है कि पहले यह कहा जाता था कि कैंसर का इलाज बहुत महंगा है लेकिन अब ऐसा नहीं है। हर कोई इलाज करवा सकता है।

By Edited By: Published: Fri, 05 Feb 2021 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 05 Feb 2021 07:48 AM (IST)
अब डायाग्नोसटिक से लेकर सर्जरी तक हर सुविधा है।

राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू-कश्मीर में कैंसर के रोगियों को अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। यहां पर हर प्रकार के कैंसर का इलाज संभव है। हर प्रकार की सर्जरी हो रही है। दुनिया के किसी भी मुल्क में कैंसर के मरीजों का जिस तरह इलाज होता है, वह जम्मू में भी डाक्टर कर रहे हैं। जरूरत है समय पर डाक्टर के पास पहुंचने की। अगर पहली स्टेज में ही मरीज डॉक्टर के पास पहुंच जाता है तो वह इलाज के बाद सामान्य जिंदगी जी सकता है।

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यह बात दैनिक जागरण की तरफ से आयोजित हेलो डाक्टर कार्यक्रम में श्री माता वैष्णो देवी नारायणा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सर्जिकल आनकालोजिस्ट डा. अभिनव चौधरी ने दैनिक जागरण के पाठकों व मरीजों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कही। उन्होंने कहा कि पहले जरूर जम्मू में कैंसर के मरीजों की सर्जरी नहीं होती थी, लेकिन अब डायाग्नोसटिक से लेकर सर्जरी तक हर सुविधा है।

चालीस की उम्र के बाद करवाएं जांच डा. चौधरी ने कहा कि अगर कैंसर का समय पर पता लगाना हो और खुद को स्वस्थ रखना हो तो चालीस वर्ष की उम्र के बाद हर साल अपनी स्वास्थ्य जांच करवानी चाहिए। यही नहीं, अगर शरीर का बजन अचानक कम हो जाए, आवाज में बदलाव हो या फिर कोई भी जख्म जो कि तीन महीने तक ठीक न हो तो भी जांच करवा लेनी चाहिए। अगर परिवार में किसी को पहले से ही कैंसर हुआ हो तब भी सतर्क रहने की जरूरत है।

उनका कहना है कि इससे समय पर कैंसर का पता लगाया जा सकता है। धूम्रपान से दूर रहें डा. अभिनव चौधरी ने कहा कि पचास फीसद कैंसर के मामले तंबाकू पदार्थो का सेवन करने से होते हैं। इसमें मुंह का कैंसर भी शामिल हैं। यदि लोग तंबाकू को छोड़ दें और अल्कोहल भी न लें, तो कैंसर के पचास फीसद मामलों में ऐसे ही कमी आ जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने पारंपरिक जीवन शैली अपनाने पर भी जोर दिया।

हर केस में सर्जरी की जरूरत नहीं डा. चौधरी ने कहा कि कैंसर के हर केस में सर्जरी की जरूरत नहीं होती है। अगर पहली और दूसरी स्टेज में ही कैंसर का पता चल जाए, तो सर्जरी को प्राथमिकता दी जाती है। अन्यथा कीमोथेरेपी और रेडिएशन से इलाज किया जाता है। यह मरीज की स्थिति पर निर्भर करता है कि उसका इलाज किस तरह से किया जाना है। उन्होंने कहा कि अब सर्जरी में कई आधुनिक तकनीक आ गई हैं।

बड़ी सर्जरी करने पर भी मरीज को दर्द नहीं होता है। मरीजों के लिए कई योजनाएं डा. चौधरी का कहना है कि पहले यह कहा जाता था कि कैंसर का इलाज बहुत महंगा है, लेकिन अब ऐसा नहीं है। हर कोई इलाज करवा सकता है। सरकार की कई योजनाएं हैं, जिससे मरीजों का निश्शुल्क इलाज हो सकता है। आयुष्मान भारत और सेहत योजना का लोगों को लाभ उठाना चाहिए।


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