LOC पर लगातार होती गोलाबारी, ऐसे में बंकरों का निर्माण गति धीमी होने से डरे हुए हैं सीमांतवासी
सीमावर्ती गांवों में बंकरों का निर्माण कार्य मुकम्मल न होने से लोगों में रोष है। अभी तक गांव में एक भी बंकर तैयार नहीं हुआ जबकि सीमा पर बने हालात को देखते हुए लोग जल्द बंकर बनवाना चाहते हैं।
हीरानगर, जेएनएन। सीमावर्ती गांवों में बंकरों का निर्माण कार्य मुकम्मल न होने से लोगों में पीडब्ल्यूडी के प्रति रोष है। ग्रामीणों का आरोप है की विभाग ने तीन माह से काम शुरू करवा रखा है, लेकिन अभी तक गांव में एक भी बंकर तैयार नहीं हुआ जबकि सीमा पर बने हालात को देखते हुए लोग जल्द बंकर बनवाना चाहते हैं।
ग्रामीण अशोक कुमार, जंग बहादुर, केहर सिंह, बलवान सिंह लाजूराम का कहना है कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने उनके गांव में 3 माह पूर्व बंकरो निर्माण कार्य शुरू करवाया था, लेकिन अभी तक एक भी बनकर मुकम्मल नहीं हुआ। कुछ बंकरों पर एक माह से छत डाली हुई है, उन पर मोटी नहीं बनाई गई, जिस कार बारिश का पानी भी अंदर जा रहा है। यदि गोलाबारी हो जाती है तो लोग उसके अंदर सुरक्षित भी नहीं रह सकते।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में दोनों देशों में तनाव बना हुआ है और लोग गोलाबारी की आशंका से भयभीत हैं, सरकार ने लाखों रुपये खर्च कर लोगों की सुरक्षा के लिए बंकरो का निर्माण भी शुरू करवा रखा है, लेकिन तीन माह से 5 फीसदी बनकर भी तैयार नहीं हुए।
उन्होंने कहा कि ठेकेदारों ने जगह जगह काम लगा रखे, घरों में मिट्टी के ढेर लगे हुए लोगों को आने जाने में भी परेशानी हो रही है। संबंधित विभाग जल्द तैयार करवाने चाहिए थे, लेकिन कोई भी अधिकारी लोगों से बात करने को तैयार नहीं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर 15 दिन के अंदर सभी बंकर मुकम्मल नहीं हुए तो वे तहसील कार्यालय पर धरना लगाकर बैठ जाएंगे।