जम्मू : आइबी पर दुश्मन को मार गिराने में कारगर साबित हो रही बीएसएफ की सर्द प्रबंधन रणनीति
सर्दियों के महीनों में नियंत्रण रेखा पर भारी बर्फबारी होने के बाद वहां से आतंकवादियों की घुसपैठ मुश्किल हो जाती है। ऐसे में आतंकवाद जम्मू में घने कोहरे में घिरी अंतरराष्ट्रीय सीमा की ओर आ आते हैं। जवानों का अनुभव पैनी नजर व बुलंद हौंसला काम आ रहा है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : कड़ी सर्दी में घने कोहरे से घिरी जम्मू अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नापाक मंसूबे रच रहे दुश्मन को नाकाम बनाने में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की सर्द प्रबंधन रणनीति काम आ रही है। दिसंबर में महिला घुसपैठिए के बाद जनवरी महीने में अरनिया में पाकिस्तानी घुसपैठिया मारा गया है।
दिसंबर माह के दूसरे पखवाड़े में प्रभावी हुई इस रणनीति के तहत जम्मू संभाग में 192 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जवान चौबीस घंटे मुस्तैद हैं। सीमा पर तैनाती बढ़ाई गई, अतिरिक्त नाके लगाए गए हैं। जम्मू के साथ सांबा व कठुआ जिले में भी सुरक्षा स्तर बढ़ाने के साथ इस समय सीमा सुरक्षा बल सेना व जम्मू कश्मीर पुलिस के साथ बेहतर समन्वय बनाकर काम कर रही है। सर्दियों की यह चुनौती फरवरी महीने तक जारी रहेगी।
सर्दियों के महीनों में नियंत्रण रेखा पर भारी बर्फबारी होने के बाद वहां से आतंकवादियों की घुसपैठ मुश्किल हो जाती है। ऐसे में आतंकवाद जम्मू में घने कोहरे में घिरी अंतरराष्ट्रीय सीमा की ओर आ आते हैं। ऐसे में इस समय जवानों का अनुभव, पैनी नजर व बुलंद हौंसला काम आ रहा है।
सर्द प्रबंधन रणनीति में सभी संवेदनशील हिस्सों में सर्तकता बढ़ाई जाती है। इस दौरान सीमा पर अतिरिक्त नाके लगाने के साथ अंधेरे, धुंध में देखने में कारगर तकनीकी सर्वालांस की मदद ली जाती है। बीएसएफ के बेड़े में इस समय कोहरे, अंधेरे देखने में सक्षम आधुनिक नाइट विजन डिवाइस, हाई डेफिनेशन कैमरे, आधुनिक थर्मल इमेजर, हाई रेंज नाइट विजन और सेंसर्स काम आ रहे हैं।
पाकिस्तान सर्दियो में आईबी पर अपनी बॉर्डर एक्शन टीमें (बैट) भी सक्रिय कर देता है। गत दिनों कश्मीर के केरन में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की बार्डर एक्शन टीम के हमले को नाकाम बनाया है।
बड़ी कामयाबी से सीमा प्रहरियों का हौंसला बुलंद : सांबा सेक्टर के रामगढ़ क्षेत्र में नए साल के शुरू में ही घने कोहरे से उपजे हालात में बड़ी कामयाबी मिलने से बीएसएफ जवानों का हौंसला बुलंद है।घने कोहरे की आड़ में दुश्मन द्वारा पैदा की गई चुनौतियों का सामना करने के लिए जवान अतिरिक्त चौकसी बरत रहे हैं। सीमा प्रहरियों को इस इलाके में दुश्मन की साजशों को नाकाम बनाने का खासा अनुभव है। पाकिस्तान की ओर से रामगढ़ क्षेत्र में दुश्मन की ओर से अकसर साजिशें रची जाती हैं। इन्हें बुलंद हौंसले से नाकाम किया जाता है।
रामगढ़ के एसएमपुर, चमलियाल, फतवाल जीरो लाइन पर आतंकियों ने कई बार घुसपैठ की कोशिशें की हैं। इन्हें नाकाम बनाया गया है। वर्ष में 2016 में फतवाल सीमा पोस्ट पर बीएसएफ ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया था। इसके बाद भी दुश्मन की साजिशें विफल की गई हैं। इस समय जवान सीमा पर घुसपैठ के साथ ड्रोन से हथियार फैंकने व सीमा पर सुरंग खोदने की दुश्मन की साजिशों को विफल बना रहे हैं।ऐसे में सोमवार को क्षेत्र में बड़ी साजिश को नाकाम बनाने वाले जवानों का हौंसला बढ़ाने के लिए आईजी डीके बूरा के साथ डीआइजी सुरजीत सिंह शेखों, डीआइजी एसपीएस संधू के साथ एसएसपी अभिषेक महाजन, एसडीपीओ लवकरण सिंह व थाना प्रभारी विजय कौतवाल भी पहुंचे। इस मौके पर कामयाबी हासिल करने वाली 98 बटालियन के कमान अधिकारी दीपक कुमावत, कंपनी कमांड़र इंस्पेक्टर नागपाल भी मौजूद थे।