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Jammu : आरएस पुरा बेल्ट में मुकम्मल हुई बासमती धान की रोपाई

किसानों ने भी मांग है कि अगले सीजन से पहले नहरों की बेहतर तरीके से सफाई कराई जाए ताकि रणवीर नहर का पानी दूर दराज के खेतों तक पहुंच सके। किसी भी हाल में आरएस पुरा बासमती बेल्ट में पानी की कमी न रहे।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 03:13 PM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 03:13 PM (IST)
Jammu : आरएस पुरा बेल्ट में मुकम्मल हुई बासमती धान की रोपाई
आरएस पुरा बासमती बेल्ट में बासमती धान की रोपाई का काम पूरा कर लिया गया है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : आरएस पुरा बासमती बेल्ट में बासमती धान की रोपाई का काम पूरा कर लिया गया है। पिछले दिनों हुई अच्छी बारिश के चलते खेतों में लबालब पानी जमा हो गया और ऐसे में बची खुची धान की रोपाई को पूरा करने में किसान जुट गए। चंद ही दिनों में काम पूरा कर लिया गया। अब किसान संतुष्ट हैं कि समय रहते ही बासमती धान की रोपाई का काम निपटा लिया गया। महज चंद किसानों का काम ही बाकी है जो कि अगले एक दो दिन में निपट जाएगा।

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वहीं किसानों ने भी मांग है कि अगले सीजन से पहले नहरों की बेहतर तरीके से सफाई कराई जाए ताकि रणवीर नहर का पानी दूर दराज के खेतों तक पहुंच सके। किसी भी हाल में आरएस पुरा बासमती बेल्ट में पानी की कमी न रहे। आरएस पुरा बासमती बेल्ट जोकि अखनूर से शुरू होकर सांबा तक चली जाती है, पर उगने वाली बासमती का कोई मुकाबला नहीं। यहां की आबोहवा, मिट्टी पानी में ही शायद कुछ बात रही होगी, जिसने यहां की बासमती को खास बनाया। यहां के चावलों की महक, स्वाद ही अलग है जो कि कहां ओर नहीं बनता।

हालांकि यहां के बीजों को दूसरे राज्यों में भी लगाया गया, बासमती की पैदावार हुई, मगर वो स्वाद व महक नहीं बनी जो कि आरएस पुरा की बासमती में होती है। इसलिए सरकार आरएस पुरा की बासमती को बढ़ाना देने में जुटी हुई है। आरएस पुरा के सुचेतगढ़ क्षेत्र की बासमती को जैविक बासमती में बदलने का क्रम जारी है। इस इलाके में रसायन खाद का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद किया गया है। किसान स्वर्ण सिंह का कहना है कि यह सब प्रयास तो ठीक हैं, लेकिन आरएस पुरा बेल्ट की बासमती तभी हो पाएगी, जब पर्याप्त पानी उपलब्ध हो। हमें महज बारिश पर ही निर्भर नहीं रहना है। बल्कि नहरों के पानी को भी सुनिश्चित करना होगा। तभी आरएस पुरा बेल्ट में बासमती उत्पादक किसानों को बढ़ावा मिल सकेगा।


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