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जम्मू बंद को लेकर वकील और चैंबर में ठनी

जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू के मुद्दों को लेकर बुधवार को जम्मू बंद के आह्वान पर दो प्रमुख सं

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Apr 2018 05:40 PM (IST)Updated: Wed, 11 Apr 2018 05:40 PM (IST)
जम्मू बंद को लेकर वकील और चैंबर में ठनी
जम्मू बंद को लेकर वकील और चैंबर में ठनी

जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू के मुद्दों को लेकर बुधवार को जम्मू बंद के आह्वान पर दो प्रमुख संगठन जेएंडके हाईकोर्ट बार एसोसिएशन और चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री आमने-सामने आ गए हैं।

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बार एसोसिएशन ने जम्मू बंद को लेकर सिविल सोसायटी का समर्थन होने का दावा किया है। वहीं, चैंबर ने बंद का विरोध करते हुए कहा है कि बार एसोसिएशन का यह निजी फैसला है, जो राजनीति से प्रेरित है। चैंबर राजनीति से प्रेरित व बिना चैंबर को विश्वास में लिए किसी भी फैसले का समर्थन नहीं करेगा।

चैंबर प्रधान राकेश गुप्ता ने मंगलवार को चैंबर हाउस में कहा कि बार एसोसिएशन ने पहले अपनी जनरल हाउस मी¨टग में बुधवार को जम्मू बंद रखने का फैसला किया। बाद में सिविल सोसायटी की बैठक में प्रस्ताव रखा। बार एसोसिएशन पहले ही बंद पर फैसला ले चुकी है। उसके बाद चैंबर से समर्थन मांगा गया। राकेश गुप्ता ने कहा कि चैंबर बार एसोसिएशन का पूरा सम्मान करती है, लेकिन एकतरफा और अनावश्यक जम्मू बंद में साथ नहीं दे सकती।

चैंबर प्रधान ने कहा कि बार एसोसिएशन रो¨हग्याओं को जम्मू से बाहर निकालने, रसाना हत्याकांड की सीबीआइ जांच करवाने, जनजातीय विभाग की बैठक के मिनट वापस लेने और नौशहरा को जिले का दर्जा देने के मुद्दे पर बंद का आह्वान किया है। गुप्ता ने कहा कि चैंबर वह पहली संस्था है, जिसने रो¨हग्याओं को बाहर निकालने की एक साल पहले मांग की थी। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। अब गेंद सुप्रीम कोर्ट के पाले में है। इसमें केंद्र व राज्य सरकार कुछ नहीं कर सकती। जहां तक रसाना हत्याकांड का मामला है तो यह भी कोर्ट में विचाराधीन है। पिछले दिनों क्राइम ब्रांच ने इस मामले में चार्जशीट भी पेश कर दी। गुप्ता ने कहा कि इन मामलों में अब हस्तक्षेप न्यायिक प्रणाली में हस्तक्षेप होगा। लिहाजा वकीलों को तो कानून में विश्वास रखना चाहिए।

जनजातीय विभाग के मामले में राकेश गुप्ता ने कहा कि विभाग की मी¨टग के मिनट बाहर आए हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई आदेश जारी नहीं हुआ। आज भी कानून वही है और कोई भी सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता। जहां तक नौशहरा को जिले का दर्जा देने का मामला है तो चैंबर पहले से ही इसका समर्थन कर चुका है। गुप्ता ने कहा कि सरकार ने भी वादा किया है कि जब भी नए जिले बनेंगे, नौशहरा के लोगों की मांग पूरी होगी।

राकेश गुप्ता ने कहा कि ऐसे में कोई मुद्दा नहीं था, जिस पर जम्मू बंद जैसा कठोर कदम उठाने की जरूरत हो, लेकिन बार एसोसिएशन ने कुछ ऐसी राजनीतिक पार्टियों की शह पर बंद का आह्वान किया, जो जम्मू में आपसी सौहार्द व शांति भंग करना चाहती है।

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जबरदस्ती बर्दाश्त नहीं होगी

चैंबर प्रधान राकेश गुप्ता ने जम्मू के सभी व्यापारिक संगठनों और बाजार एसोसिएशन से बुधवार को अपनी दुकानें व बाजार खुले रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वकीलों ने बुधवार को जबरदस्ती दुकानें बंद करवाने का प्रयास किया या कोई तोड़फोड़ की तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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असंवैधानिक है बार कमेटी : गुप्ता

राकेश गुप्ता ने जेएंडके हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की मौजूदा कमेटी को ही असंवैधानिक करार देते हुए कहा कि मौजूदा टीम का कार्यकाल मार्च में पूरा हो चुका है। मौजूदा पदाधिकारी असंवैधानिक रूप से अपने पदों पर बैठे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वकीलों को भ्रमित करने और दूसरे मुद्दों में उलझाने के लिए ही यह खेल रचा गया है। गुप्ता ने कहा कि बार एसोसिएशन जैसे प्रतिष्ठित संगठन की गरिमा को कुछ लोग निहित स्वार्थ के चलते खराब कर रहे हैं।

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बाजारों में निकले वकील

जम्मू बंद को सफल बनाने के लिए वकील मंगलवार को बाजारों में आए। गाड़ियों पर सवार होकर और लाउड स्पीकर लगाकर वकीलों ने विभिन्न बाजारों का दौरा किया और व्यापारियों से बुधवार को अपनी दुकानें बंद रखने की अपील की। जेएंडके हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रधान सीनियर एडवोकेट बीएस सलाथिया ने व्यापारिक संगठनों का समर्थन होने का दावा करते हुए कहा कि चैंबर के अलावा कई व्यापारिक संगठन व बाजार एसोसिएशन है, जिन्होंने बंद का समर्थन किया है। लिहाजा बुधवार को संपूर्ण बंद रहेगा।

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बन सकती है टकराव की स्थिति

जम्मू बंद के आह्वान के बीच टकराव की स्थिति बनने की आशंका है। बुधवार को अगर दुकानें खुलती हैं या यात्री वाहन चलते हैं तो वकील जबरन बंद करवाने का प्रयास कर सकते हैं। ऐसे में टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है।

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