बंधुरक्ख में कचरा निस्तारण इकाई के दो शेड तैयार, जल्द शुरू होगा
जागरण संवाददाता, जम्मू : शहर की सड़कों पर लगे बड़े कूड़ेदानों को हटाने के लिए जम्मू नगर निगम अब बंधु
जागरण संवाददाता, जम्मू : शहर की सड़कों पर लगे बड़े कूड़ेदानों को हटाने के लिए जम्मू नगर निगम अब बंधुरक्ख इलाके में कचरा निस्तारण इकाई लगाने जा रहा है। इससे जहां कचरा ठिकाने लगना शुरू हो जाएगा, वहीं निगम का राजस्व भी बढ़ेगा। कचरा उठाने की एवज में लोगों से शुल्क तो आएंगे ही, इससे बनी खाद भी बेची जाएगी।
निगम ने गंग्याल के साथ लगे बंधुरक्ख क्षेत्र में इस दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। यहां एनजीओ शुद्धि को ठेका दिया गया है। एनजीओ यहां ढांचा बनाने की प्रक्रिया में जुट गई है। यहां दो शेड बनाने के साथ गीले व सूखे कचरे से खाद बनाने के लिए पिच बनाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं जल्द ही यहां मशीनरी भी लगाई जाएगी। इसके अलावा निगम यहां बिजली, पानी की भी व्यवस्था करके देगा। यहां निगम के पास करीब 75 कनाल जमीन है। एनजीओ यहां शुरुआत में आसपास के तीन-चार वार्ड का कचरा एकत्र कर इसका निस्तारण करेगी। पहले चरण में गांधीनगर के दस वार्डो का कचरा बंधुरक्ख की इकाई में ठिकाने लगाया जाएगा। धीरे-धीरे प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाएगा। सब ठीक रहा तो गांधीनगर के सभी वार्डो के कचरे के निस्तारण के प्रबंध कर दिए जाएंगे।
इसी कड़ी में निगम शहर की सभी सड़कों से कूड़ेदानों को हटाएगा। निगम शहर को डस्टबिन फ्री बनाने के लक्ष्य के साथ काम कर रहा है।
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फिलहाल कोट भलवाल में कचरा निस्तारण
फिलहाल शहर से निकलने वाले कचरे को निगम शहर के बाहरी इलाके कोट भलवाल में ठिकाने लगा रहा है। यहां कचरा निस्तारण निगम को इसलिए भी महंगा पड़ता है क्योंकि यह शहर से करीब 21 किलोमीटर दूर है। पिछले वर्ष ही हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद निगम ने भगवती नगर में तवी नदी में कचरा फेंकना बंद किया था। अब कोट भलवाल के कालागाम में कचरा निस्तारण हो रहा है।
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स्वच्छता सर्वेक्षण में गिरता स्तर खोल रहा पोल
जम्मू नगर निगम के अधीन 189.43 किलोमीटर क्षेत्र में फैले शहर के 75 वार्डो में स्वच्छता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले एक वर्ष में जम्मू शहर स्वच्छता सर्वेक्षण में 117 अंक गिरकर 329वें नंबर पर आ गया। यह सर्वे आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने करवाया था। स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 की इस रिपोर्ट में जम्मू 5000 अंकों में से 1635 अंक लेकर 329वां रैंक ले पाया। वहीं, वर्ष 2017 के सर्वेक्षण में जम्मू 251वें स्थान पर रहा था। वर्ष 2018 में 39 रैंक की बढ़त के साथ जम्मू 212वें स्थान पर पहुंचा। अब यह रैंक बढ़ने के बजाय गिर गया है। ऐसे में निगम अब सक्रियता दिखाते हुए शहर को साफ-सुथरा बनाना चाह रहा है। इस कड़ी में कचरे से खाद बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है।
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शहर से निकलने वाला कचरा
-कुल कचरा जमा होता है - 400 मीट्रिक टन प्रति दिन
-गलियों की सफाई से - 50 मीट्रिक टन प्रति दिन
-होटल/रेस्टोरेंट से - 40 मीट्रिक टन प्रतिदिन
-बाजारों से - 50 मीट्रिक टन प्रतिदिन
-व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से - 20 मीट्रिक टन प्रतिदिन
-घरों से - 130 मीट्रिक टन प्रतिदिन
-अन्य से - 110 मीट्रिक टन प्रतिदिन
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बंधुरक्ख में कचरा निस्तारण की इकाई लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। निगम ऐसी इकाइयां लगाकर शहर को कचरा मुक्त बनाएगा। हमारा उद्देश्य है कि शहर की किसी भी सड़क पर कोई कूड़ेदान नजर नहीं आए। जल्द ही गांधीनगर के दस वार्डो का कचरा यहां पहुंचाया जाएगा। हमने ऑटो में गीला और सूखा कचरा अलग-अलग करके एकत्र करना शुरू कर दिया है। इससे कचरे से खाद बनाने में सुविधा हो जाएगी।
-बलदेव सिंह बलोरिया, चेयरमैन, पब्लिक हेल्थ एंड सेनिटेशन कमेटी, जम्मू नगर निगम