Ban Toll Plaza: टैक्सी चालक के साथ मारपीट के बाद बन टोल प्लाजा पर बबाल, ग्रामीणों ने किया पथराव, 6 घायल
Ban Toll Plaza लोगों ने जब अपने इलाके की टैक्सी के शीशों को टूटे देखा तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। दोनाें ओर से पथराव शुरू हो गया। पथराव में टोल प्लाजा पर बनाए गए केबिनों के शीशे भी टूट गए जबकि दोनों ओर से छह लोग घायल हो गए।
जम्मू, जागरण संवाददाता: नगरोटा के बन टोल प्लाजा पर स्थानीय टैक्सी चालक के साथ टोल कर्मियों के मारपीट के बाद तनाव व्याप्त हो गया। इस घटना के बाद टैक्सी चालक के गांव के काफी लोग टोल प्लाजा पहुंच गए जिसके बाद दोनों से ओर पथराव हुआ जिसमें छह लोग घायल हो गए। आरोप है कि इस दौरान टोल प्लाजा पर गोली भी चली लेकिन पुलिस ने गोली चलने की बात से इंकार किया है।
यह मामला शनिवार सुबह उस समय पेश आया जब बन टोल प्लाजा के साथ लगते गांव डंसाल का एक टैक्सी चालक युवक अपनी टैक्सी को लेकर एयरपोर्ट जा रहा था। टैक्सी चालक ने बताया कि उसने टैक्सी पर फास्ट टैग लगा रखा है अाैर जब वह टोल प्लाजा पर पहुंचा तो उसके फास्ट टैग से पैसे भी कट गए। उसके आगेे टोल कर्मियों ने गाड़ियों को रोक रखा था और जब उसने कर्मियों से उसकी गाड़ी को निकालने के लिए कहा तो उन्होंने उसे गालियां निकालना शुरू कर दी। चालक के अनुसार उसने जब कर्मियों को गालियां निकालने से रोका तो वे लोहे के डंडे लेकर बाहर आ गए आैर उन्होंने उसकी कार के शीशों को ताेड़ दिया और उसे भी बाहर निकाल कर पीटना शुरू कर दिया।
अपने साथ मारपीट की सूचना चालक ने फोन पर अपने भाई को दी और इसके कुछ ही देर बाद टैक्सी चालक का भाई गांव के लोगों के साथ मौके पर पहुंच गया। गांव के लोगों के साथ महिलाएं भी शामिल थीं और उन्होंने वहां पहुंचते ही हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने जब अपने इलाके की टैक्सी के शीशों को टूटे देखा तो उनका गुस्सा फूट पड़ा जिसके बाद दोनाें ओर से पथराव शुरू हो गया। पथराव में टोल प्लाजा पर बनाए गए केबिनों के शीशे भी टूट गए जबकि दोनों ओर से छह लोग घायल हो गए जिनमें से तीन को जीएमसी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाना पड़ा। जीएमसी में पहुंचे घायलों में दो टोल कर्मी गगनदीप निवासी गुरदासपुर और कंवर सिंह निवासी छन्नी हिम्मत व घायल टैक्सी चालक का भाई मोहम्मद अब्बास निवासी डंसाल शामिल है।
उधर मामले को बिगड़ता देख पुलिस भी माैके पर पहुंच गई। इस दौरान पुलिस के साथ भी लोगों की तीखी नोंकझोंक हुई। लोगों का कहना था कि टोल प्लाजा गुंडागर्दी का अड्डा बन चुका है। यहां पर लोगों के साथ कर्मी ऐसा ही व्यवहार करते हैं लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। लोगों ने चेतावनी दी कि अगर इस बार पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो वे टोल प्लाजा को यहां से उखाड़ फेंके गए।
सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने लिया कब्जे में: इस मामले की जांच के लिए पहुंची पुलिस ने बन टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कब्जे में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि फुटेज की जांच के आधार पर टैक्सी चालक के साथ मारपीट व टोल प्लाजा पर तोड़फोड़ करने वालों की पहचान की जाएगी। वहीं लोगों का आरोप है था टोल कर्मी अक्सर लोगों के साथ यहां बदतमीजी से पेश आते हैं। पुलिस के सामने यह सब कुछ यहां पर होता है लेकिन पुलिस टोल कर्मियों के खिलाफ शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं करती।
आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई होगी - एसपी रूरल: इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे एसपी रूरल संजय शर्मा का कहना है कि इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मामले में सीसीटीवी फुटेज अहम सबूत होगी। फुटेज से ही पता चल पाएगा कि असल मामला क्या था और कौन लोग इसमें शामिल थे। वहीं विवाद के दौरान गाेली चलने को लेकर एसपी रूरल ने बताया कि अभी जांच की जा रही है। उन्हें गोली चलाए जाने की शिकायत किसी से नहीं मिली है। अगर ऐसा है तो इसका भी पता लगाया जाएगा।
टोल छोड़ भाग गए कर्मी: टैक्सी चालक के साथ मारपीट के बाद जब प्लाजा के साथ लगते गांव डंसाल से कुछ लोग वहां पहुंचे ताे टोल कर्मियों ने पहले उनके साथ सामना किया लेकिन जब लोगों की संख्या असली संख्या का उन्हें अहसास हुआ तो वे वहां से भाग निकले। वहीं लोगों का कहना था कि टोल पर पुलिस से ज्यादा सीआरपीएफ तैनात रहती है। अगर सीआरपीएफ के जवान चाहते तो वे इस विवाद को टाल सकते थे लेकिन उन्होंने टैक्सी चालक की मदद नहीं की। उनके सामने ही टोल कर्मी लोगों के साथ मारपीट करते हैं लेकिन उन्हें रोका नहीं जाता।