पाक को तड़पा रहा बालाकोट का दर्द, अब गोले दाग निकाल रहा भड़ास
राज्य ब्यूरो जम्मू पाकिस्तान पोषित आतंकी अड्डों पर भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक से आतंकी संगठनों को खासा नुकसान हुआ ही पाकिस्तान को भी बड़ा दर्द मिला। वह अब भी उसकी टीस से उबर नहीं पा रहा है। यही वजह है कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के एक माह बाद भी नियंत्रण रेखा को शांत नहीं होने दे रहा और लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है। पर यहां भी भारतीय जवानों के जोश के आगे पाक सेना को मुंह की खानी पड़ी है। सूत्रों के अनुसार उसके दर्जनों सैनिक ढेर हो चुके हैं और कई पोस्ट भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में तबाह हो गई हैं।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : पाकिस्तान पोषित आतंकी अड्डों पर भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक से आतंकी संगठनों को खासा नुकसान हुआ ही, पाकिस्तान को भी बड़ा दर्द मिला। वह अब भी उसकी टीस से उबर नहीं पा रहा है। यही वजह है कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के एक माह बाद भी नियंत्रण रेखा को शांत नहीं होने दे रहा और लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है। पर यहां भी भारतीय जवानों के जोश के आगे पाक सेना को मुंह की खानी पड़ी है। सूत्रों के अनुसार उसके दर्जनों सैनिक ढेर हो चुके हैं और कई पोस्ट भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में तबाह हो गई हैं।
पुलवामा हमले का जवाब देने के लिए भारतीय वायुसेना ने दुश्मन के घर में घुसकर आतंकियों के अड्डों को तबाह कर दिया था। तब से खिसयाया पाक सीमाओं को अशांत करने की साजिश पर काम कर रहा है। यही वजह है कि पाकिस्तान ने 115 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।
बालाकोट के बाद पाकिस्तान की हताशा का स्तर इतना बढ़ गया है कि वह पीठ पीछे से वार कर भारतीय सेना के जवानों पर स्नाइपर हमले कर रहा है। पाक की इस कायराना हरकत पर कुछ भारतीय जवान शहीद भी हुए हैं।
जवाबी कार्रवाई में उसे लगातार मुंह की खानी पड़ रही है। पिछले सप्ताह ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान सेना के दो अधिकारियों समेत 12 सैनिकों को ढेर कर उसे करारा जवाब दिया है।
बालाकोट में आतंकवाद पर हमला कर देश ने विश्व को अपनी ताकत दिखाने के साथ पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश भी दिया गया था कि अब कोई शरारत की तो घर में घुसकर मारा जाएगा। एयरस्ट्राइक के बाद सेना, सुरक्षाबलों का हौंसला बुलंद हुआ तो देशभक्त भारतवासी भी पूरे जोश में हैं।
सेना के सेवानिवृत्त मेजर जनरल जीएस जम्वाल का कहना है कि बालाकोट का हमला सिर्फ पाकिस्तान पर ही नही, राज्य में उसकी शह पर काम कर रहे देशविरोधी तत्वों पर भी हुआ है। उनका कहना है कि पिछले एक महीने के दौरान जम्मू कश्मीर में आतंकवाद व अलगाववाद पर भी सटीक प्रहार हुए हैं। इस दौरान जैश-ए-मोहम्मद के बीस से अधिक आतंकवादी मारे गए। जमात-ए-इस्लामी, जेकेएलएफ पर प्रतिबंध लगा तो अलगाववादियों पर एनआइए के छापे व उनकी धरपकड़ भी हुई।