सरकारी जमीनों पर कब्जा के विरोध में बजरंग दल ने उठाई आवाज, किया प्रदर्शन
एक विशेष समुदाय सरकारी जमीन पर कब्जा कर लेता है और देखते ही देखते वहां उसी समुदाय के दूसरे लोगों को बसाना शुरू कर दिया जाता है। सरकारी जमीनों पर हो रहे कब्जों को जब भी हटाने का प्रयास किया जाता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त करवाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय बजरंग दल सड़कों पर आ गया है। प्रदर्शन करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जम्मू में जमीन जिहाद चल रही है। एक विशेष समुदाय सरकारी जमीन पर कब्जा कर लेता है और देखते ही देखते वहां उसी समुदाय के दूसरे लोगों को बसाना शुरू कर दिया जाता है। सरकारी जमीनों पर हो रहे कब्जों को जब भी हटाने का प्रयास किया जाता है। राजनीतिक दल उनके सरंक्षण के लिए आगे आ जाते हैं। इससे तनाव जैसा माहौल पैदा किया जाता है।
प्रदर्शनी मैदान के सामने आयोजित प्रदर्शन का नेतृत्व राष्ट्रीय बजरंग दल के प्रदेश अध्यक्ष राकेश बजरंगी ने किया। राकेश ने कहा कि आज आज भी कई स्थानों पर सरकारी जमीनों पर बहुत ज्यादा कब्जे हैं। उन्हें जल्द हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर कई बार सरकार को चेतावनी दे चुके हैं लेकिन सरकार ने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले रूपनगर में जेडीए ने इसी के तहत एक कार्रवाई करते हुए वहां पर कब्जा जमाए बैठे लोगों को वहां से निकाला किंतु कई बुद्धिजीवी कई पार्टियों के लीडर उनके समर्थन में आकर खड़े हो गए।
राकेश बजरंगी ने कहा कि 130 परिवारों ने 2014 से जेडी के अंदर पैसे जमा करवाए हुए हैं और वह लगातार कोर्ट में केस लड़ रहे हैं। अब जाकर हाई कोर्ट की डबल बेंच में फैसला उनके हक में दिया है। उनके बारे में किसी नेता को आज तक याद नहीं आई। किंतु एक विशेष समुदाय के 8 परिवारों के लिए महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला कश्मीर आधारित नेता आज रोना रो रहे हैं। राकेश बजरंगी ने कहा की जेडीए जो भी कार्रवाई कर रहा है वह माननीय हाईकोर्ट की निर्देश पर कर रहा है। जिसका वह पूर्ण रूप से समर्थन करते हैं।
राकेश बजरंगी ने कहा कि राष्ट्रीय बजरंग दल जेडीए के बीसी से आग्रह करता है कि जल्द से जल्द उस जगह को खाली करवाकर 130 परिवारों को कब्जा दिया जाए। जेडीए को आगे भी इस कार्रवाई को जारी रखना चाहिए और गोल गुजराल इलाके में भी कई जगह पर विशेष समुदाय के लोगों ने गैर कानूनी कब्जे किए हुए हैं। उनको भी जेडीए जल्द से जल्द खाली करवाए। इस मौके पर अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें से दीपक, सचिन, शेर सिंह, अमित, पीयूष, सनी, भारत आदि अपने विचार व्यक्त करते हुए जमीनों पर हो रहे कब्जे को जम्मू-कश्मीर के लिए खतरनाक बताया।