नेकां के खिलाफ विश्व हिदू परिषद का प्रदर्शन
बजरंग दल ने जिला स्तर पर डा. फारूक अब्दुल्ला के पुतले जलाए और नेशनल कांफ्रेंस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, जम्मू : नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला के चीन की मदद से जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले की स्थिति बहाल करने के बयान पर बजरंग दल ने जिला स्तर पर डा. फारूक अब्दुल्ला के पुतले जलाए और नेशनल कांफ्रेंस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल कार्यालय शक्ति आश्रम रिहाड़ी में प्रदर्शन का नेतृत्व प्रांत सह संयोजक कार्तिक सूदन ने किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करने वालों में गोविद, पवन, राहुल शामिल थे।प्रदर्शन कर रहे बजरंगी मांग कर रहे थे कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में शांति भंग करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वीरवार दोपहर बड़ी संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ता रिहाड़ी पहुंचे और नेशनल कांफ्रेंस, डॉ. फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शन करने के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने डा. फारूक अब्दुल्ला का पुतला जलाया। प्रदर्शन करने वाले बजरंगियों को संबोधित करते हुए कार्तिक सूदन ने कहा कि ऐसे किसी भी तत्व को माफ नहीं किया जाना चाहिए, जो देश विरोधी बात करे। फारूक अब्दुल्ला का यह बयान जम्मू-कश्मीर के लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ है कि जम्मू-कश्मीर की पुरानी स्थिति बहाल करने के लिए चीन की मदद ली जाएगी। जम्मू-कश्मीर के किसी भी मुद्दे में किसी दूसरे देश का हस्तक्षेप सहन नहीं किया जा सकता। अगर कोई नेता ऐसा सोचता है तो उसे जम्मू-कश्मीर में रहने का कोई अधिकार नहीं है। कश्मीरी नेताओं ने हमेशा जम्मू-कश्मीर की जनता को गुमराह ही किया है। अनुच्छेद 370 के चलते जम्मू-कश्मीर के लोगों से कभी न्याय नहीं हुआ खासकर जम्मू तो हमेशा उपेक्षा का शिकार रहा है।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि हर उस नेता का घेराव होगा, जो देश विरोधी बयानबाजी करेगा। उन्होंने उपराज्यपाल से भी मांग की कि डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने जो बयान दिया है, उसके खिलाफ जल्द ठोस कार्रवाई की जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें मजबूरन आगे भी प्रदर्शन जारी रखने पडे़ंगे।