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एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से शोक में डूबा बहादुर पुर गांव

थाना बिश्नाह अंतर्गत बहादुरपुर में गांव शनिवार को दोपहर में जब एक ही परिवार की तीन अर्थियां उठी तो पूरा गांव शोक में डूब गया। शुक्रवार देर रात मीरां साहिब में गुज्जर बस्ती के पास रणबीर नहर में गिरने से इस गांव के बुजुर्ग केवल कुमार उनकी पत्‍‌नी सुरजीत और पोती प्राची की मौत हो गई थी जबकि केवल कुमार की नातिन मिष्टी का शनिवार को भी नहीं पता चल पाया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Sep 2021 08:08 AM (IST)Updated: Sun, 12 Sep 2021 08:08 AM (IST)
एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से शोक में डूबा बहादुर पुर गांव

भूषण कुमार, रामगढ़: थाना बिश्नाह अंतर्गत बहादुरपुर में गांव शनिवार को दोपहर में जब एक ही परिवार की तीन अर्थियां उठी तो पूरा गांव शोक में डूब गया। शुक्रवार देर रात मीरां साहिब में गुज्जर बस्ती के पास रणबीर नहर में गिरने से इस गांव के बुजुर्ग केवल कुमार, उनकी पत्‍‌नी सुरजीत और पोती प्राची की मौत हो गई थी, जबकि केवल कुमार की नातिन मिष्टी का शनिवार को भी नहीं पता चल पाया। शनिवार को दोपहर बाद सभी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जब एक साथ गांव से पति-पत्नी व पोती की अर्थी निकली तो स्थानीय लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए। हादसे में काल का ग्रास बने केवल कुमार व उनकी पत्नी सुरजीत कुमारी का स्थानीय श्मशानघाट में एक साथ संस्कार किया गया। उनकी चिता को मुखाग्नि देने की रस्म केवल कुमार के बडे़ बेटे गणेश कुमार उर्फ प्रिस ने निभाई। गणेश का भतीजा सरपंच ज्योति चौधरी समेत बड़ी संख्या में रिश्तेदार वहां मौजूद रहे। मासूम प्राची के अंतिम संस्कार की रस्म बच्चों के कब्रगाह में निभाई गई। गांव के लोग नहर में डूबी केवल कुमार की नातिन डेढ़ वर्षीय मिष्टी की सलामती की दुआ करते देखे गए। स्थानीय लोग भगवान से यही प्रार्थना कर रहे हैं कि मिष्टी को सलामत रखें। परिवारिक सदस्य परवीन कुमार, मदनलाल, संतोष कुमारी, सुभाष चंद्र के अनुसार यह दुखद हादसा उनको अंदर से तोड़ गया है।

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गुज्जर बस्ती में तीखे मोड़ पर एक और कार रणबीर नहर में गिरी

संवाद सहयोगी, मीरां साहिब : गुज्जर बस्ती में डाक बंगले के पास शुक्रवार देर रात एक कार रणबीर नहर में गिर गई थी, जिसमें कार में सवार तीन लोगों की मौत हो गई थी। शनिवार को उसी जगह तीखे मोड़ पर एक और कार नहर में गिर गई। वहां मौजूद लोगों ने नहर में उतरकर चालक को सुरक्षित बाहर निकाला।

जानकारी के मुताबिक, गुज्जर बस्ती में डाक बंगले के पास सड़क पर तीखा मोड़ है। इसी जगह शुक्रवार देर रात हुए हादसे में तीखा मोड़ काटते समय कार रणबीर नहर में गिरने से तीन लोगों की जान गई थी। इसके अगले ही दिन शनिवार शाम को करीब चार बजे उसी जगह तीखे मोड़ पर एक और कार नहर में जा गिरी। गनीमत रही कि आसपास कई लोग मौजूद थे, जिन्होंने हादसे होते ही नहर में घुसकर कार में से चालक को बाहर निकाला। इस हादसे में कार चालक को मामूली चोट आई है। पहले हादसे में जब कार नहर में गिरी तो नहर का पानी बंद करवाकर तीन लोगों के शव निकाल लिए गए, लेकिन एक बच्ची का पता नहीं चल पाया था। ऐसे में शनिवार को जब दूसरी कार उसी जगह गिरी तो नहर का पानी बंद होने से कार चालक बचा लिया गया। यदि नहर में पानी होता तो कार चालक के साथ कुछ भी हो सकता था। कार चालक की पहचान सोमदत्त पुत्र जीतराज निवासी कोठे शेख, मीरां साहब के रूप में हुई है। सोमदत्त मीरां साहिब से कोटली मियां फतेह गांव की ओर जा रहा था, जब गुज्जर बस्ती में डाक बंगले के पास तीखे मोड़ पर उसकी कार (जेके02यू-6006) नहर में गिर गई। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है।

सड़क पर तीखा मोड़ होने और नहर के किनारे रैलिंग नहीं होने से हो रहे हादसे

मीरां साहिब के गुज्जर बस्ती गांव में डाक बंगले के पास सड़क पर बहुत तीखा मोड़ है। यहां जिस जगह रणबीर नहर दो हिस्सों में बंटती है, वहां सड़क के किनारे रैलिंग भी नहीं लगी है। वहां कोई सुरक्षा दीवार भी नहीं बनाई गई है। इसी वजह से आए दिन यहां हादसे होते रहते हैं। स्थानीय लोग लंबे समय से प्रशासन से यहां सड़क का घुमाव बढ़ाने और नहर के किनारे सुरक्षा दीवार बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कुछ नहीं किया जा रहा है। क्षेत्र के निवासी सुनील गुप्ता, अजय कुमार, हरबंस लाल, रमण कुमार आदि ने बताया कि यदि नहर के किनारे सुरक्षा दीवार बनी होती हो एक ही परिवार के तीन लोगों की जान नहीं गई होती। अभी नहर में डूबी बच्ची का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि डाक बंगले के पास रणबीर नहर दो हिस्सों में बंट जाती है। एक नहर कोटली मियां फतेह गांव और दूसरी आरएसपुरा की तरफ जाती है। यहां नहर के दोनों किनारे बिल्कुल नंगे हैं। किसान नेता सुभाष दसगोतरा ने दोनों हादसों के लिए सिंचाई विभाग को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि नहर किनारे कुछ मीटर तक ही सुरक्षा दीवार बनानी है, लेकिन आज तक नहीं बनी। इसी वजह से तीखे मोड़ पर हादसे होते हैं।


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