आजाद ने पाकिस्तान से बातचीत की पैरवी करने वाले पीजीएडी को दिखाया आइना, कहा- यह फैसला केंद्र करेगा
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल में भी कई बार बातचीत रोकी गई लेकिन जैसे ही हालात सुधरे दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू हो गई। अब भी ऐसा ही होगा। पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने आइना दिखाया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : पाकिस्तान से बातचीत करने की पैरवी करने वाले पीपल्स अलायंस फार गुपकार डेक्लेरेशन यानी पीएजीडी को पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने आइना दिखाया। उन्होंने कहा कि इमरान खान शासन से बात करने का फैसला केंद्र सरकार ही कर सकती है। वह रविवार को जम्मू जिला अंतर्गत पड़ने वाले अखनूर के सीमावर्ती क्षेत्र खौड़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल में भी कई बार बातचीत रोकी गई, लेकिन जैसे ही हालात सुधरे दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू हो गई। अब भी ऐसा ही होगा। आजाद ने कहा कि नवंबर में नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान फारूक अब्दुल्ला ने आतंकवाद पर काबू पाने के लिए पाकिस्तान से बातचीत पर जोर दिया था।
आजाद ने खुद को 24 कैरेट कांग्रेसी बताते हुए कहा कि जिनको इस पर शक है, वे खुद 18 कैरेट के हैं। अलबत्ता, उन्होंने पार्टी में सुधारों को समय की मांग करार दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देश और समाज में सुधार होते हैं, उसी तरह से राजनीतिक पार्टियों में भी सुधार होना जरूरी है। आजाद ने रविवार दोपहर को अपने करीबी पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद के आधार क्षेत्र खौड़ में रैली को संबाेधित कर पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया। इससे पहले आजाद ने गत दिनों जम्मू संभाग के उधमपुर व रामबन जिलों में भी अपने समर्थकों का उत्साह बढ़ाने के लिए रैलियों के संबोधित किया था।
रोशनी एक्ट के तहत दी गई जमीन वापस लेने की ओचलना : रैली में जम्मू कश्मीर में रोशनी एक्ट के तहत अपने कार्यकाल में लोगों को दी गई सरकारी जमीन वापस लेने पर उपराज्यपाल प्रशासन को घेरते हुए उन्होंने कहा कि सरकार का काम लोगों की जेब काटना नहीं, उन्हें देना है। लाेकतंत्र में सरकार का खजाना अपने लिए नहीं लाेगों के लिए होता है। बाद में पत्रकारों से बातचीत में एक प्रश्न के उत्तर में आजाद ने कहा कि केंद्र सरकार से लोग ऊब चुके हैं। तेजी से बढ़ती मंहगाई से इस समय पूरा देश परेशान है।
नेताओं को लोगों को बांटने का काम नहीं करना चाहिए : वहीं व्हाइट कालर टेरेरिज्म संबंधी सवाल के उत्तर में आजाद ने कहा कि नेताओं को शैतानी व लोगों को बांटने का काम नहीं करना चाहिए। आजाद ने धर्म परिवर्तन संबंधी अपने बयान पर कहा उनका बयान सिर्फ जम्मू कश्मीर तक सीमित न होकर पूरी दुनिया से संबधित एक सामान्य बयान था। धर्म परिवर्तन से ही धर्म बने हैं। मैं यीशू मसीह के समय से दो हजार साल पुराने समय तक की बात कर रहा हूं। आजाद ने उधमपुर में शनिवार को अपने बयान में कहा था कि कोई किसी का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन नहीं करता है। लोग धर्म से प्रभावित होकर खुद ऐसा करते हैं।