मंदी से उभरा नहीं जम्मू का ऑटोमोबाइल सेक्टर, जम्मू में गाड़ियों की बिक्री में 65 फीसद की गिरावट
अगस्त से गाड़ियों की बिक्री में गिरावट अब तक थमी नहीं है। नवंबर के आंकड़ों के अनुसार जम्मू में गाडिय़ों की बिक्री पिछले साल की तुलना में 46 से 88 फीसद तक कम हुई है।
जम्मू, जागरण संवाददाता । अगस्त से गाड़ियों की बिक्री में गिरावट अब तक थमी नहीं है। नवंबर के आंकड़ों के अनुसार जम्मू में गाडिय़ों की बिक्री पिछले साल की तुलना में 46 से 88 फीसद तक कम हुई है। सबसे अधिक गिरावट कामर्शियल सेक्टर में आई है जिसमें वाहनों की बिक्री 82 से 88 फीसद है। निजी वाहन की बिक्री में 46 फीसद की गिरावट दर्ज की है। कुल औसतन गिरावट 65 फीसद दर्ज की है।
चैंबर ने कई बार उठाई मांग :
चार महीने से मंदी की मार झेल रहे ऑटोमोबाइल क्षेत्र को पटरी पर लाने के लिए चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू ने भी रोड टैक्स कम करने की मांग कई बार उठाई, लेकिन अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया। चैंबर ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक व उनके तत्कालीन सलाहकार से रोड टैक्स को कम करने की मांग की थी। कुछ दौर की बैठक में तत्कालीन सरकार की तरफ से रोड टैक्स कुछ कम करने के संकेत भी मिले, लेकिन इस बीच जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन व नई प्रशासनिक व्यवस्था लागू होने से मुद्दा फिर ठंडे बस्ते में चला गया है।
नब्बे फीसद गिरी थी बिक्री :
जम्मू का ऑटोमोबाइल क्षेत्र अगस्त में औंधे मुंह गिरा था। अगस्त व सितंबर में गाड़ियों की बिक्री नब्बे फीसद तक गिर गई। त्योहारी सीजन में कंपनियों की विशेष छूट के चलते ऑटोमोबाइल क्षेत्र में कुछ हलचल अवश्य हुई लेकिन अब नवंबर में बिक्री फिर से गिर गई है।
10 हजार नौकरियां दांव पर :
जम्मू के ऑटोमोबाइल क्षेत्र में अगर यहीं हाल रहे तो दस हजार नौकरियों पर संकट छा जाएगा। शहर के ऑटोमोबाइल क्षेत्र में करीब दस हजार कर्मचारी है जो करीब चार महीने से लगभग बेकार बैठे हैं। डीलरों ने अभी तक छंटनी इसलिए शुरू नहीं की क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि सरकार टैक्स में कमी करेगी लेकिन अगर यहीं हाल रहा तो आने वाले दिनों में छंटनी तय है।
टैक्स घटाया नहीं तो मुश्किल हो जाएगा :
जम्मू आटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के सदस्य व मारुति के डीलर संजय अग्रवाल के अनुसार अगर सरकार ने यह टैक्स नहीं घटाया तो ऑटोमोबाइल क्षेत्र बर्बाद होकर रहेगा। अगस्त से आटोमोबाइल क्षेत्र मंदी की मार झेल रहा है। जितनी बिक्री आम दिनों में होती है, उतनी बिक्री तो इस बार त्योहारों के सीजन में हुई। अब सीजन खत्म हो गया है तो ग्राहक बाजार से गायब हो गए है। यहीं हाल रहा तो कई बड़े-बड़े डीलर शोरूम बंद हो जाएंगे। सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
- नवंबर 2018
- दो पहिया वाहन बिक्री : 8478
- तीन पहिया वाहन बिक्री : 293
- कामर्शियल वाहन बिक्री : 677
- निजी वाहन बिक्री : 5323
- नवंबर 2019
- दो पहिया वाहन बिक्री : 4601
- तीन पहिया वाहन बिक्री : 35
- कामर्शियल वाहन बिक्री : 123
- निजी वाहन बिक्री : 2849
- कुल वाहन बिक्री 2018 : 14771
- कुल वाहन बिक्री 2019 : 7608
क्या कारण :
पहली अगस्त 2019 को जारी एसआरओ 492 के तहत राज्य प्रशासन ने सभी गाड़ियों पर एक मुश्त टैक्स 1.75 से बढ़ाकर नौ फीसद कर दिया है। डेढ़ लाख से अधिक कीमत वाले मोटरसाइकिलों पर टैक्स 10 फीसद करने से ऑटोमोबाइल क्षेत्र में मंदी का दौर शुरू हुआ था जो अभी तक ऊभर नहीं पाया है।