Durga Puja 2019: अनुच्छेद 370 से मुक्ति के बाद नए जम्मू-कश्मीर में विजयादशमी पर अभूतपूर्व जोश
Vijayadashami in new Kashmir अनुच्छेद 370 से मुक्ति मिलने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहले शारदीय नवरात्र और मंगलवार को विजयादशमी पर्व को लेकर लोगों में खासा जोश है।
जम्मू, अश्विनी शर्मा। अनुच्छेद 370 से मुक्ति मिलने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहले शारदीय नवरात्र और मंगलवार को विजयादशमी पर्व को लेकर लोगों में खासा जोश है। जगह-जगह पर विजयादशमी को यादगार बनाने की तैयारी है। सीमा पार से हालात बिगाड़ने की तमाम कोशिशों और साजिशों को ठेंगा दिखा रहा है यह उत्साह।
जम्मू-कश्मीर में अब हर त्योहार नए जोश और नए उत्साह की बानगी दे रहा है। पाकिस्तान द्वारा घुसपैठ और माहौल खराब करने साजिशों की परवाह किए बिना जम्मू संभाग में जगह-जगह नवरात्र उत्सव, रामलीलाओं के मंचन, विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल माता वैष्णो देवी में लाखों श्रद्धालुओं का दर्शनों के लिए पहुंचना इसका प्रमाण है। बीते नौ दिनों में सबसे अधिक धूमधाम आधार शिविर कटड़ा में रही।
नवरात्र महोत्सव में देशभर से श्रद्धालु जुटे और सैकड़ों कलाकारों ने धार्मिक-सामाजिक और देशभक्ति से भरी रंगारंग प्रस्तुतियां दीं। कश्मीर के गांदरबल में माता क्षीर भवानी में नौ दिन तक नवरात्र पर उत्सव चलता रहा। कश्मीरी पंडितों ने मंदिरों में पूजा-अर्चना की। कश्मीर में सैलानियों का पहुंचना जारी है। काफी संख्या में लोगों की भीड़ शंकराचार्य मंदिर में रही। बड़ी संख्या में स्थानीय कश्मीरी पंडित गांदरबल में क्षीर भवानी मंदिर पहुंचे।
शहर के नागरिक व पूर्व नौकरशाह देवेंद्र गुप्ता ने कहा कि इस बार नवरात्र उत्सव पर यहां लोगों का जोश अभूतपूर्व रहा है। जम्मू-कश्मीर अब बदल रहा है। इसके अलावा, जम्मू शहर में स्थित क्षीर भवानी मंदिर में भी कश्मीरी पंडितों ने विशेष पूजा की। माता राघेन्य से उन्होंने अपनी जल्द कश्मीर वापसी और परिवार की सुख समृद्धि की कामना की।
जम्मू संभाग में कई धार्मिक यात्राएं निकलीं। इनमें जम्मू के ऊधमपुर में रामनगर में पिंगला माता की यात्रा खास रही, जो शहीद जवानों को समर्पित होती है। इसमें तो लोगों का जोश देखते बना। माता वैष्णो देवी, बावे वाली माता, सुकराला माता, चीची माता, माता राघेन्य आदि कई धार्मिक स्थलों में नौ दिन तक नवरात्र उत्सव पूरे उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया।
माता वैष्णो देवी में इस बार करीब चार लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। बावे वाली माता के मंदिर में दुर्गा अष्टमी पर पहुंचे भक्त राजेश कुमार ने कहा, मैंने मां से जम्मू-कश्मीर में अमन की प्रार्थना की है। अन्य श्रद्धालुओं ने भी उम्मीद जताई कि अब कश्मीर के साथ ही जम्मू में भी विकास की बयार बहेगी। विभिन्न रामलीलाओं में भी लोगों की भीड़ जुटी रही।
जम्मू के अलावा बसोहली, रियासी की रामलीलाएं मशहूर हैं। जम्मू की रामलीला ने देश को कई मशहूर कलाकार दिए हैं। इनमें केएल सहगल, ओम प्रकाश जैसे दिग्गज शामिल हैं। अब विजयादशमी के लिए जम्मू में खासी तैयारियां हैं। जम्मू की परेड में खास आयोजन होगा। यहां मेरठ के कलाकार ही पुतले बनाते हैं।
कटड़ा में पर्यटन विभाग के सहयोग से स्थानीय कमेटी ने नवरात्र कार्यक्रमों का आयोजन किया। इसमें भेंट प्रतियोगिता, महादंगल के अलावा रामलीला के अलावा शाम को निकाली जानी वाली झांकियां आर्कषण का केंद्र बनी रहीं। इस बार सभी कार्यक्रमों में स्थानीय ही नहीं, देशभर के श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी।