Article 370 के बाद बदले हालात, ग्लोबल ब्रांड बनने के राह पर लद्दाख के पर्यटन को दुनिया में चमकाने की तैयारी
Ladakh tourism कश्मीर केंद्रित सरकारों द्वारा नजरअंदाज किया गया लद्दाख अब बदले हालात में पर्यटन के क्षेत्र में ग्लोबल ब्रांड बनने के राह पर है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। कश्मीर केंद्रित सरकारों द्वारा नजरअंदाज किया गया लद्दाख अब बदले हालात में पर्यटन के क्षेत्र में ग्लोबल ब्रांड बनने के राह पर है। केंद्र शासित प्रदेश बनते ही लद्दाख के पर्यटन को विश्व में बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित करने की तैयारी है।
लद्दाख को ग्लोबल ब्रांड बनाने की जिम्मेदारी संभालने वाले पर्यटन मंत्रालय ने विश्व में बड़े पैमाने पर लद्दाख के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कमर कस ली है। लद्दाख के पर्यटन को लेकर बड़े पैमाने पर प्रचार अभियान चलाने की तैयारी है। इसके लिए वित्त मंत्रालय से अलग बजट भी मांगा जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से विश्व में यह संदेश भी दिया जाएगा कि लद्दाख अब कश्मीर से अलग है, लिहाजा इसे जम्मू कश्मीर के संबंध में ट्रेवल एडवाइजरी से अलग रखा जाए।
ऐसा होने के बाद लद्दाख विदेशी पर्यटकों से गुलजार हो जाएगा। अनुच्छेद 370 खत्म होने व लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के ऐतिहासिक फैसले के बाद क्षेत्र में उम्मीदों का सैलाब है कि अब पर्यटन को बढ़ावा मिलने से आर्थिक उन्नति होगी। केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद ¨सह पटेल के दौरे के बाद लद्दाख में शूटिंग की योजना बनाने के लिए अभिनेता आमिर खान का दौरा भी नई उम्मीदें लाया है।
इन दौरों से देश व बॉलीवुड को संदेश गया कि लद्दाख उन्हें बुला रहा है। भले ही पर्यटन के लिहाजा से लद्दाख में वर्ष 2019 अधिक उत्साहवर्धक न रहा हो, लेकिन दो ऐतिहासिक फैसलों ने लद्दाखियों के हौंसले बुलंद कर दिए। पहले लद्दाख को जम्मू कश्मीर का अलग डिवीजन बनाया गया।
इसके बाद इसे यूनियन टेरेटरी बनाने का फैसला कर दशकों से उठ रही मांग पूरा कर दिया गया। लद्दाख में जारी वर्ष में आए 2,26,771 पर्यटकों के मुकाबले गत वर्ष 2,64,760 पर्यटक लद्दाख आए थे। अब वर्ष 2020 में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि तय है। पहले कश्मीर के हालात का काला साया लद्दाख के पर्यटन को भी ग्रहण लगाता था।
विश्व के कई देश अपने पर्यटकों को आतंकवाद,हिंसा का हवाला देकर जम्मू कश्मीर में न आने के लिए कहते थे। अमेरिका, ब्रिटेन जैसे कई देश भी अपने पर्यटकों को सिर्फ पूर्व लद्दाख व लेह शहर तक सीमित रहने की सलाह देते थे। अब लद्दाख में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की भी कार्यवाही शुरू होने से लद्दाखी उत्साहित हैं।
पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने आश्वासन दिया है कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। हम इस संबंध में लिखित कार्रवाई होने का इंतजार कर रहे हैं। यह कहना है लद्दाख आटोनोमस हिल डेवेलपमेंट काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर ग्याल पी वांग्याल का।
कैलाश मानसरोवर यात्रा से भी मिल सकती है पहचान
ग्याल पी वांग्याल ने बताया कि लद्दाख में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। हमने लद्दाख मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू करने की मांग भी बुलंद की है। उम्मीद है कि इस दिशा में काम होगा। लद्दाख के कई इलाकों में जाने के लिए इनर लाइन परमिट की जरूरत है। ऐसे में पर्यटकों के लिए नए इलाके खोलने की जरूरत है ताकि क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिले। इसके लिए अच्छी सड़कें व बेहतर बुनियादी ढांचा होना बहुत जरूरी है। हम केंद्र सरकार के लद्दाख के पर्यटन को बढ़ावा दिशा में कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं।