अनुच्छेद 35ए को लेकर 27 को कश्मीर बंद
अनुच्छेद 35ए को लेकर सर्वाेच्च न्यायालय में दायर याचिका पर कश्मीर में हालात बिगाड़ने की साजिश रची जा रही र्है।अलगाववादियों ने 27 कश्मीर बंद का आह्वान किया है
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। अनुच्छेद 35ए को लेकर सर्वाेच्च न्यायालय में दायर याचिका पर कश्मीर में हालात बिगाड़ने की साजिश रची जा रही र्है। अलगाववादी खेमे ने बुद्धिजीवियों और सिविल सोसायटी को शामिल करने की कवायद शुरू कर दी है।
इस बीच,अलगाववादियों ने 27 अगस्त को कश्मीर बंद का आह्वान किया है।वुई द सिटीजन्स नामक एक संस्था ने इस अनुच्छेद को पक्षपातपूर्ण बताते हुए इसे रद करने के लिए सर्वाेच्च न्यायालय में याचिका दायर कर रखी है। इस मुद्दे पर पहले छह अगस्त को सुनवाई होनी थी जिसे 27 अगस्त के लिए स्थगित किया गया है।
कश्मीर के अलगाववादियों के साझा संगठन ज्वाइंट रजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) का नेतृत्व कर रहे कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी, उदारवादी हुíरयत प्रमुख मीरवाइज मौलवी उमर फारूक और जेकेएलएफ चेयरमैन यासीन मलिक ने 27 अगस्त को सर्वाेच्च न्यायालय में होने जा रही सुनवाई के मद्देनजर फिर वादी में तनाव पैदा करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।
मीरवाइज ने कहा कि रियासत के लोग एकजुट हो चुके हैं। नेशनल कांफ्रेंस,पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी जैसी प्रो-इंडिया जमातों ने भी धारा 35ए का समर्थन किया है।
कश्मीर के सभी व्यापारिक संगठन भी हमारे साथ हैं। मीरवाइज ने कहा कि अगर 27 अगस्त को इस धारा के खिलाफ फैसला आता है तो पूरे कश्मीर में आंदोलन चलाया जाएगा। सभी लोगों से विचार विमर्श के बाद हम अपना एक हड़ताली कैलेंडर तैयार करेंगे।