Jammu: नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में टीचिंग व लर्निंग का माध्यम बनेगी आर्ट शिक्षा
नई शिक्षा के जरिए देश की विरासत को सामने लाने का मौका मिलेगा। सेमीनार का मकसद यह है कि स्कूलों में आर्ट एजूकेशन के महत्व को उजागर किया जा सके। एनसीईआरटी दिल्ली की प्रो. ज्योत्सना तिवारी ने प्रो. वीना पंडिता का राष्ट्रीय स्तर पर सेमीनार करने पर सराहना की।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: स्टेट काउंसिल फार एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) के जम्मू डिवीजनल कार्यालय के आर्ट एजूकेशन एंड वोकेशनल एजूकेशन विंग ने आर्ट एजूकेशन पालिसी, प्रक्रिया पर तीन दिवसीय सेमीनार शुरू हुआ।
वर्चुअल मोड से आयोजित सेमीनार का उद्धाटन एससीईआरटी की निदेशक प्रो. वीना पंडिता ने किया। प्रो. वीना पंडिता ने कहा कि आर्ट विषय को अन्य विषयों के साथ मिलाने का अर्थ यह है कि आर्ट शिक्षा टीचिंग व लर्निंग का माध्यम बन गया है। ड्राईंग, पेंटिंग, डांस, ड्रामा, म्यूजिक , आदि क्लास रूम की प्रक्रिया का हिस्सा बन चुके हैं।
हमें आर्ट एकीकृत पाठ्यक्रम अपनाना होगा। इसका फायदा बच्चों की शिक्षा को बेहतर करने में मिलेगा। एससीईआरटी की वरिष्ठ अकादमिक अधिकारी तपस्या शर्मा ने कहा कि आर्ट से टीचिंग व लर्निंग प्रक्रिया से मजेदार बनाया जा सकता है। नई शिक्षा नीति से आर्ट के जरिए शिक्षा को बेहतर बनाने का प्रावधान शामिल किया गया है।
नई शिक्षा के जरिए देश की विरासत को सामने लाने का मौका मिलेगा। सेमीनार का मकसद यह है कि स्कूलों में आर्ट एजूकेशन के महत्व को उजागर किया जा सके। एनसीईआरटी दिल्ली की प्रो. ज्योत्सना तिवारी ने प्रो. वीना पंडिता का राष्ट्रीय स्तर पर सेमीनार करने पर सराहना की। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाया जा रहा है।
दिल्ली विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर डा. आशा सिंह, महाराष्ट्र के राष्ट्रीय अवार्ड अध्यापक नारायण मंगलराम, डीएमसी प्राइमरी स्कूल दिल्ली की अध्यापिका रेखा चुंग ने आर्ट शिक्षा पर अपने विचार रखे। राष्ट्रीय सेमीनार में देश के विभिन्न हिस्सों के अध्यापक भाग ले रहे हैं। वरिष्ठ अकादमिक अधिकारी दीपक शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया।