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Militancy in Kashmir: कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में नियंत्रण रेखा पर बैठे हैं 400 आतंकी

जम्मू कश्मीर की शांति व्यवस्था में खलल डालने के लिए नियंत्रण रेखा पर बने लांचिंग पैड पर 400 आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं। पाकिस्तानी सेना इन्हें भारतीय क्षेत्र में धकेलने के लिए आए दिन गोलाबारी कर रही है।

By Edited By: Published: Thu, 07 Jan 2021 06:59 AM (IST)Updated: Thu, 07 Jan 2021 07:53 AM (IST)
Militancy in Kashmir: कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में नियंत्रण रेखा पर बैठे हैं 400 आतंकी
2019 में 141 आतंकियों ने घुसपैठ की थी तो 2020 में सिर्फ 44 आतंकी ही सुरक्षाबलों से नजर बचाकर घुसे।

राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर की शांति व्यवस्था में खलल डालने के लिए नियंत्रण रेखा पर बने लांचिंग पैड पर 400 आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं। पाकिस्तानी सेना इन्हें भारतीय क्षेत्र में धकेलने के लिए आए दिन गोलाबारी कर रही है। इसका भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है। इतना निश्चय है कि अगर आतंकी घुसपैठ की कोशिश करेंगे तो ढेर कर दिए जाएंगे।

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ऐसा कई बार हुआ है जब आतंकियों का भारतीय जवानों से सामना हुआ तो उन्हें उल्टे पांव पाकिस्तान की ओर भागना पड़ा। संवैधानिक बदलाव के बाद जम्मू कश्मीर विकास की सीढि़यां लगातार चढ़ रहा है। हाल ही में जिला विकास परिषद के चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हुए। इसमें जमकर हुई वोटिंग अलगाववादियों और आतंकियों के मुंह पर करारा तमाचा रहा। इस सबसे ही आतंकी संगठन और पाकिस्तान के हुक्मरान बेचैन हो उठे हैं। इसीलिए पाकिस्तान आतंकियों का सहारा लेकर जम्मू कश्मीर में शांति भंग करने के प्रयास में है। इसीलिए नियंत्रण रेखा पर लांचिंग पैड बनाकर पाकिस्तानी सेना की शह पर चार सौ से अधिक आतंकी घुसपैठ के लिए बैठाए गए हैं।

उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इस समय गुलाम कश्मीर में लां¨चग पैड पर मौजूद आतंकियों की संख्या 300 से 415 के बीच है। इनमें से पीर पंजाल के उत्तर में 175 से 210 आतंकी लां¨चग पैड पर हैं। जम्मू क्षेत्र में पीर पंजाल के दक्षिण के इलाकों में 119 से 216 आतंकी घुसपैठ के लिए बैठाये गए हैं। पाकिस्तान इन आतंकियों की घुसपैठ की फिराक में तो है ही, साथ ही वह कश्मीर में सक्रिय आतंकियों तक हथियार और गोला-बारूद पहुंचाने की साजिश रच रहा है। इसके लिए वह ड्रोन का भी सहारा ले रहा है बीस रास्तों से घुसपैठ पर नजर जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ में इस्तेमाल होने वाले बीस रूट चिन्हित किए गए हैं।

इन जगहों पर सेना व सीमा सुरक्षा बल ने कड़ी नजर रखी है। कश्मीर में घुसपैठ करने के लिए आतंकवादियों ने गुलमर्ग, बांडीपोरा, बारामुला के ऊपरी इलाकों के साथ दक्षिण कश्मीर के यूसमर्ग जैसे इलाके इस्तेमाल किए हैं। जम्मू संभाग में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कठुआ, सांबा, जम्मू, राजौरी में घुसपैठ करवाने के कई रास्तों पर आतंकियों की नजर है। गत वर्ष घुसपैठ में आई कमी नियंत्रण रेखा पर सुरक्षाबलों गत वर्ष आतंकियों की घुसपैठ पर नकेल कस दी है।

वर्ष 2019 में 141 आतंकियों ने घुसपैठ की थी तो 2020 में सिर्फ 44 आतंकी ही सुरक्षाबलों से नजर बचाकर घुसे। 2018 में 143 आतंकियों ने घुसपैठ की थी। 5100 बार संघर्ष विराम तोड़ा पाकिस्तान ने वर्ष 2020 में आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने की सारी हदें पार कर दीं। करीब 5100 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। यह वर्ष 2003 के बाद पहली बार इतनी अधिक बार पाकिस्तान ने गोलाबारी की है।


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