Jammu Kashmir: एलओसी से सटे राजौरी में सेना की रहमत की दीवार, 24 घंटे उपलब्ध रहती है जरूरतमंद-गरीबों के लिए खाद्य सामग्री
नियंत्रण रेखा के साथ सटे राजौरी जिले में सेना ने गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए अपने शिविर की बाहरी दीवार को रहमत की दीवार में बदल दिया है। दीवार पर लगी कीलों पर जहां कपड़े और जूते जरूरतमंदों लिए लटक रहे हैं
जम्मू, राज्य ब्यूरो : नियंत्रण रेखा के साथ सटे राजौरी जिले में सेना ने गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए अपने शिविर की बाहरी दीवार को रहमत की दीवार में बदल दिया है। दीवार पर लगी कीलों पर जहां कपड़े और जूते जरूरतमंदों लिए लटक रहे हैं, तो वहीं स्टील की दो आलमारियों में खाद्य सामग्री चौबीस घंटे उपलब्ध रहती है।
रहमत की दीवार पर जरूरी सामान टंगा
सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि रहमत की दीवार सेना की एस ऑफ स्पेड डिवीजन ने तैयार की है। स्थानीय लोगों ने इसके लिए सेना को सराहा है। उन्होंने कहा कि रहमत की दीवार पर जो सामान है, वह पुराना नहीं है। यह सामान सिर्फ सैन्याधिकारी, सैन्यकर्मी या अन्य सुरक्षाबलों के लोग ही नहीं, बल्कि स्थानीय लोग भी उपलब्ध कराते हैं। राजौरी पुलिस और रोटरी क्लब राजौरी भी इसमें हमारी मदद कर रही है।
अंग्रेजी, उर्दू, हिंदी भाषा में दानियों से सहयोग के लिए कई संदेश भी लिखे हैं
रहमत की दीवार पर सेना ने अंग्रेजी, उर्दू, हिंदी भाषा में दानियों से सहयोग के लिए कई संदेश भी लिखे हैं। एक संदेश मे लिखा है कि जो वस्तु आपके उपयोग की नहीं है, वह दूसरों के लिए उपयोगी साबित हो सकती है। इसलिए आपसे आग्रह है कि आएं हमारा सहयोग करें और वह सामान दान करो जो दूसरे जरूरतमंदों के काम आए।
लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि रहमत की दीवार के साथ जो आलमारियां लगाई गई हैं, वह जैसे ही खाली होती हैं हमे उन्हे दोबारा भर देते हैं। यह दीवार आबादी वाले क्षेत्र के पास ही है तकि किसी जरूरतमंद को इस तक पहुंचने में कोई दिक्कत न हो।