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Kashmir: गुरेज सेक्टर में एलओसी पर गश्त लगाते हुए खाई में फिसलने से जवान शहीद

बताया जा रहा है कि अस्पताल पहुंचने पर डाक्टरों ने उसे मृत लाया घोषित कर दिया। शहीद जवान की पहचान सिपाही करनैल सिंह के तौर पर हुई है और वह 19 डोगरा रेजीमेंट में तैनात था।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 27 Feb 2020 03:12 PM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2020 05:29 PM (IST)
Kashmir: गुरेज सेक्टर में एलओसी पर गश्त लगाते हुए खाई में फिसलने से जवान शहीद
Kashmir: गुरेज सेक्टर में एलओसी पर गश्त लगाते हुए खाई में फिसलने से जवान शहीद

श्रीनगर, जेएनएन। उत्तरी कश्मीर के जिला बांडीपोर के गुरेज सेक्टर में हिमस्खलन की चपेट में आकर खाई में गिरने से सेना का एक जवान शहीद हो गया। शहीद जवान की पहचान 22 वर्षीय सिपाही करनैल सिंह के तौर पर हुई है। 19 डोगरा रेजीमेंट में तैनात यह जवान गुरेज सेक्टर में फॉरवर्ड पोस्ट पर तैनात था। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि गत बुधवार 26 फरवरी को जब सिपाही नियंत्रण रेखा पर अपनी ड्यूटी दे रहा था तो वह इस दौरान हिमस्खलन की चपेट में आ गया और खाई में जा गिरा।

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उन्होंने कहा कि जवानों की मदद से सिंह को खाई से निकाला गया और उसे जख्मी हालत में श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल में ले जाया गया। परंतु इलाज के दौरान उसने जख्मों का ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए सेना ने आज वीरवार को बादामी बाग छावनी में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया जिसमें रेजीमेंट के अधिकारियों व जवानों को सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए और शहीद के पार्थिव शरीर को उसके घर हिमाचल प्रदेश के लिए रवाना किया।

इस दौरान जीओसी चिनार कोर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लो और सहित अन्य रैंकों ने भी राष्ट्र की ओर से शहीद को श्रद्धांजलि दी। शहीद करनैल सिंह 2018 में सेना में शामिल हुए थे। हिमाचल प्रदेश के चंगेर तेरसोह गांव के रहने वाला शहीद करनैल अपने पीछे माता-पिता को छोड़ गया है। सैन्य अधिकारी ने बताया कि शहीद के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव सैन्य सम्मान के साथ भेज दिया गया है।

मनकोट में आग से बारूदी सुरंगों में विस्फोट

पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में बुधवार सुबह पाक सीमा से आई आग भारतीय क्षेत्र में आधा किलोमीटर के दायरे में फैल गई। इस क्षेत्र में आतंकियों की घुसपैठ रोकने के लिए भारतीय सेना ने बारूदी सुरंगे बिछा रखी हैं। इस आग से इन बारूदी सुरंगों में लगातार विस्फोट हो रहे हैं। शाम तक बीस से अधिक बारूदी सुरंगों में विस्फोट हो चुका था। पाक सेना कुछ समय के बाद एक सोची समझी साजिश के तहत अपने क्षेत्र में आग लगा देती है, ताकि आग आसानी से भारतीय क्षेत्र की तरफ दाखिल हो सके। यह सब आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए किया जाता है। वहीं आग पर काबू पाने के लिए सेना के दमकल कर्मी व सेना के जवान जुटे हुए है, लेकिन अभी तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। पिछले सप्ताह बालाकोट सेक्टर में भी आग से कई बारूदी सुरंगों में विस्फोट हुआ था। इस आग पर तीन दिन बाद काबू पाया जा सका था।


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