जम्मू के केरन सेक्टर में पैट्रोलिंग पार्टी पर आतंकी हमला, 2 जवान घायल, आतंकी ठिकाने से हथियारों का जखीरा बरामद
बांदीपोरा आतंकी ठिकानाेेंं से भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद हुआ है। आतंकियो का यह ठिकाना जंगल के भीतरी हिस्से में चटटानों के बीच बना हुआ था।
जम्मू, जेएनएन। जम्मू कश्मीर के कुपवाडा के केरन सेक्टर में सेना के पैट्रोलिंग पार्टी पर आतंकी हमला हुआ है।हमले में दो जवानों के घायल होने की खबर है। सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आज जम्मू-कश्मीर दौरे को लेकर वैसे भी ज्यादा सर्तकता बरती जा रही है।
उत्तरी कश्मीर के केरन(कुपवाड़ा) सेक्टर में वीरवार को एलओसी पर पाकिस्तानी सेना के बैट (बार्टर एक्शन टीम) दस्ते के हमले को नाकाम बनाते हुए दो सैन्यकर्मी जख्मी हो गए। अलबत्ता, रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बैट हमले से इंकार करते हुए दावा किया है कि आतकियों के एक दल ने घुसपैठ का प्रयास किया है। उन्हें नाकाम बनाते हुए दो जवान जख्मी हुए हैं।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह सेना की 6 आरआर के जवानों का एक दल केरन सेक्टर में कछाल अग्रिम चौकी के आगे गश्त पर था कि अचानक उस पर वहां छिपे आतंकियोंने हमला कर दिया। दो जवान मौके पर ही जख्मी हो गए। अन्य जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया।
संबधित सूत्रों की मानें तो वहां पाकिस्तानी सेना का बैट दस्ता पाकिस्तानी सेना के कमांडो के अलावा अल-बदर और जैश के आतंकी भी शामिल रहते हैं, एलओसी पार कर भारत की एक अग्रिम निगरानी चौकी पर हमले के लिए आया था। यह दस्ता अपने हमले को अंजाम देने के लिए वहां बोल्डरों और पेड़ों के बीच छिपा था। लेकिन 6 आरआर के जवानों को जब वहां कुछ संदिग्ध सी गतिविधियां महसूस हुई और उन्होंने तलाशी शुरु की। इस पर बैट दस्ते ने फायरिंग शुरु कर दी। फिलहाल, बैट दस्ते के हमले को नाकाम बनाते हुए,उसे मार गिराने का अभियान जारी है।
इस बीच, श्रीनगर स्थित रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया के अनुसार, केरन सेक्टर में एक अग्रिम चौकी के पास गुलाम कश्मीर की तरफ से आए आतंकियों ने सैन्य पैट्रोलिंग पार्टी पर घात लगाकर हमला किया। हमले में दो जवान जख्मी हैं। फिलहाल, आतंकियों केा मार गिराने का अभियान जारी है।
जम्मू-कश्मीर दौरे पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह दो दिन तक जम्मू एवं कश्मीर के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह राज्य में आतंक विरोधी अभियान के निलंबन की समीक्षा करेंगे और एक सीमावर्ती जिले का दौरा करेंगे। एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि गृह मंत्री वहां मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भी हिस्सा ले सकते हैं।
बांडीपोर में आतंकी ठिकाने से हथियारों का जखीरा बरामद
स़ुरक्षाबलों ने वीरवार को उत्तरी कश्मीर के बांडीपोर में एक आतंकी ठिकाने से भारी मात्रा में हथियार व गोला बारुद बरामद कर,आने वाले दिनों में एक बड़े हमले की आतंकी साजिश को नाकाम बनाने का दावा किया है।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, सेना की 27 आरआर के जवानों ने आज सुबह परिबल टेकरी में आतंकियों को देखे जाने की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया। जंगल में एक जगह जवानों को आतंकी ठिकाना नजर आया। जवानोंं ने सावधानीपूर्वक आतकी ठिकाने की तलाशी लेते हुए वहां से एक एसाल्ट राइफल, आठ मैगजीन, 242 एके कारतूस, दो चाईनीज पिस्तौल व तीन मैगजीन और 22 कारतूस, पांच चाईनीज ग्रेनेड, 15 यूबीजीएल ग्रेनेड, एक दूरबीन औ एक टेलीस्कोपिक साईट, संचार उपकरण, बर्तन, कंबल,कपड़ें और दवाएं बरामद की।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि आतंकियो का यह ठिकाना जंगल के भीतरी हिस्से में चटटानों के बीच बना हुआ था। ठिकाने से कुछ दस्तावेज भी मिले हैं और उनके आधार पर कहा जा सकता है कि आतंकी वहां यह हथियार आने वाले दिनों में एक बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए जमा कर रहे थे। साजो-सामान को कब्जे में लेने के बाद इस ठिकाने को नष्ट कर दिया गया है और इस ठिकाने का इस्तेमाल करने वाले आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान को जारी रखा गया है।
एकतरफा संघर्षविराम के बाद आतंकी हिंसा में 30 फीसद की बढ़ोतरी
केंद्र द्वारा शांति बहाली के लिए रमजान माह के दौरान एकतरफा संघर्षविराम किए जाने के बावजूद कश्मीर के भीतरी इलाकों में आतंकी हिंसा में लगभग 30 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान दक्षिण कश्मीर में कम से कम 10 लड़कों ने आतंकी संगठनों का दामन भी थामा है। इनमें एक आइपीएस अधिकारी का भाई भी शामिल है।
राज्य पुलिस एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस साल 31 मई तक आतंकी हिंसा से संबंधित 88 वारदातें हुई हैं। इनमें से 34 वारदातें रमजान संघर्षविराम के बीते 20 दिनों में हुई हैं। इनमें राष्ट्रविरोधी प्रदर्शन और पथराव की वारदातें भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र द्वारा रमजान संघर्षविराम का एलान किए जाने के बाद आतंकियों ने 15 ग्रेनेड हमले व तीन आइईडी धमाके अंजाम देने के अलावा सुरक्षाबलों पर फायरिंग की छह और हथियार लूट की छह वारदातों को अंजाम दिया है। इस दौरान पांच लोग भी मारे गए हैं। अधिकांश ग्रेनेड हमले दक्षिण कश्मीर में हुए हैं।
श्रीनगर शहर में भी करीब छह ग्रेनेड हमले आतंकियों ने किए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शोपियां में 28 मई को आतंकियों के ग्रेनेड हमले में चार पुलिसकर्मियों समेत 12 लोग जख्मी हुए थे। उसी रात आतंकियों ने काकपोरा में एक सैन्य शिविर पर हमला किया। इसमें एक जवान शहीद हो गया और क्रॉस फायरिंग में एक नागरिक भी मारा गया था। उससे पहले 24 मई को बीजबेहाड़ा में आतंकियों के ग्रेनेड हमले में 10 लोग जख्मी हुए थे। सुगन गांव में आइईडी धमाका भी उसी दिन हुआ, जिसमें तीन सैन्यकर्मी जख्मी हुए थे। 30 मई को आतंकियों ने एसपीओ आकिब वागे को गोली मारकर जख्मी किया था, जिन्होंने कुछ दिन अस्पताल में उपचाराधीन रहने के बाद दम तोड़ दिया।
अधिकारियों के मुताबिक रमजान संघर्षविराम का एलान होने के बाद 25 मई को श्रीनगर में जामिया मस्जिद में व्यापक हिंसा हुई थी, जिसमें 70 से च्यादा लोग जख्मी हुए। रमजान में ही आतंकियों ने हाजिन में एक ग्रामीण की उसके बीवी-बच्चों के सामने गला रेत कर हत्या कर दी। रमजान में सिर्फ एक ही चीज में कमी आई है और वह है आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का प्रो-एक्टिव अभियान। इसी कारण सुरक्षाबलों के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन घटे हैं। हालांकि आतंकियों की भर्ती में कोई कमी नहीं आई है।
सिर्फ पुलवामा और शोपियां से ही मई के दूसरे पखवाड़े के दौरान कम से कम 10 लड़के आतंकी बने हैं। इनमें चार जैश ए मोहम्मद में शामिल हुए हैं और चार अल-बदर में। शोपियां के रहने वाले आइपीएस अधिकारी का भाई जो बैचलर इन यूनानी मेडिसीन सर्जरी (बीयूएमएस) का छात्र है, हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है।