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उड़ी में संदिग्ध देखे जाने के बाद सेना ने चलाया तलाशी अभियान

सुरक्षाबलों ने साेमवार को उत्तरी कश्मीर में एलओसीके साथ सटे राजरवानी, उड़ी में आतंकियों के छिपे होने की आशंका के चलते तलाशी अभियान चलाया हुआ है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 01:16 PM (IST)Updated: Mon, 11 Feb 2019 01:16 PM (IST)
उड़ी में संदिग्ध देखे जाने के बाद सेना ने चलाया तलाशी अभियान
उड़ी में संदिग्ध देखे जाने के बाद सेना ने चलाया तलाशी अभियान

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। सुरक्षाबलों ने साेमवार को उत्तरी कश्मीर में एलओसीके साथ सटे राजरवानी, उड़ी में आतंकियों के छिपे होने की आशंका के चलते तलाशी अभियान चलाया हुआ है। फिलहाल किसी संदिग्ध के देखे जाने या फिर आतंकवादियों से मुठभेड़ की कोई सूचना नहीं है। सेना का कहना है कि तलाशी अभियान पूरा होने के बाद भी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

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सीआरपीएफ की 53 बटालियन के कमांडिंग आफिसर विनय कुमार ने बताया कि रविवार की आधी रात के बाद उड़ी सेक्टर में राजरवनी इलाके में स्थित सेना की अर्टिलरी यूनिट के एक शीविर पर आतंकियों ने हमले का प्रयास किया था। यह आतंकी नाले के रास्ते शीविर की तरफ बढ़ रहे थे कि शीविर के बाहर मौजूद एक संतरी ने उन्हें देख लिया। संतरी ने उन्हें ललकारते हुए हवा में गोलियां दागी। इस पर आतंकी वहां से वापस भाग निकले थे।

अलबत्ता, संतरी द्वारा चलाई गई गोलियों के बाद मौके पर पहुंच पुलिस और सेना के जवानों ने हालात का जायजा लिया। उन्हें नाले में आतंकियों की मौजूदगी के कुछ सुराग मिले हैं। उसके बाद से तलाशी अभियान चलाया हुआ है।

संबधित सैन्य सूत्रों की मानें तो दोपहर 12.30 बजे राजरवनी के ऊपरी हिस्से में आतंकियों को देखते ही जवानों ने गोली चलाते हुए उन्हें रुकने को कहा। आतंकियों ने भी जवाबी फायर किया। पुलिस की मानें तो उन्होंने दो लोगों को देखा था, ये सुबह की घटना है। पुलिस का कहना है कि फायरिंग की वजह से कुछ लोगों को चोट पहुंच सकती है, लेकिन अभी तक कोई डेड बॉडी बरामद नहीं हुई है। पुलिस ने अभी तक किसी हमले की पुष्टि नहीं की है।

आपको बता दें कि उरी कैंप पर इससे पहले भी बड़ा आतंकी हमला हो चुका है। यही वजह है कि यहां होने वाली हर गतिविधि पर सुरक्षाबलों की नजर रहती है। और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को देखते ही सुरक्षाबल एक दम चौकन्ने हो जाते हैं। गौरतलब है कि 18-19 सितंबर को उरी के आर्मी कैंप में पाकिस्तान से आए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने हमला किया था। सुुुुबह के समय जब जवान अपनै कैंप में सो रहे थे, तब धोखे से आतंकियों ने हमला बोल दिया। इस हमले में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हुए थे। वहां आए आतंकियों को तभी मार गिराया गया था, लेकिन उनके पाकिस्तानी कनेक्शन की पोल खुल गई थी।

भारत ने इस हमले का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक करके दिया था। उरी हमले के दस दिन बाद 29 सितंबर को भारतीय जवानों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर वहां मौजूद आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया था। इस सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय जवानों ने करीब 50 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था। 


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