हंदवाड़ा मुठभेड़ में सेना ने तीन आतंकी मार गिराए
जम्मूू कश्मीर के बड़गाम जिले के जागू अरिजाल इलाके और हंदवाड़ा में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मूू कश्मीर के बड़गाम जिले के जागू अरिजाल इलाके और हंदवाड़ा में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया। बड़गाम में एक जवान भी जख्मी हो गया। जिसके बाद मुठभेड़ स्थल से लेकर पांपोर तक विभिन्न जगहों पर पथराव व हिंसक झड़पें शुरू हो गईं है। सुरक्षाबल हिंसक तत्वों पर किसी तरह काबू पाने की कोशिश में लगे हुए हैं। इस बीच झड़पों में दो सुरक्षा कर्मियों समेत सात लोग जख्मी हो गए हैं।
जानकारी हो कि गुरूवार की सुबह सेना की 53 आरआर, राज्य पुलिस विशेष अभियान दल और सीआरपीएफ के जवानों ने आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर जागू अरिजाल में तलाशी अभियान चलाया। आतंकियों ने उन पर फायरिंग करते हुए वहां से भागने का प्रयास किया। जवानों ने जवाबी फायर किया।
सुबह साढ़े छह बजे शुरू हुई यह मुठभेड़ करीब डेढ़ घंटे तक चली। जब आतंकियों की तरफ से गोलीबारी बंद हुईं तो जवानों ने मुठभेड़स्थल की तलाशी ली तो उन्हें वहां दो शव मिले। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़स्थल से दो एसाल्ट रायफल व अन्य सामान बरामद किया। मुठभेड़ में एक सैन्यकर्मी भी घायल हुआ है। उसे श्रीनगर स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
मारे गए आतंकियों की पहचान बरस्स अरिजाल के मुख्तार अहमद खान और द्रंगबल पांपोर के मोहम्मद अमीन मीर के रूप में हुई है। दोनों ही सुरक्षाबलों पर हमले की चार वारदात के अलावा निकाय और पंचायत चुनावों में भाग लेने वालों पर हमला करने की विभिन्न वारदात में भी संलिप्त रहे थे। अमीन मीर को द्रंगबल में ईदगाह के पास और मुख्तार को उसके पैतृक कब्रिस्तान में दफनाया। दोनों आतंकियों के जनाजे में देश विरोधी झंडे व आतंकी संगठनों के बैनर लहराए गए।
पंचायत चुनावों में खलल डालना चाहते थे आतंकी :
सेना की 53 आरआर के कमांडिंग अधिकारी कर्नल एके नैयर ने मुठभेड़ के बाद बातचीत में कहा कि दोनों आतंकियों व उनके अन्य साथियों की गतिविधियों को बीते कुछ दिनों से लगातार ट्रैक किया जा रहा था। यह पंचायत चुनाव में गड़बड़ी करने के लिए बड़गाम और उसके साथ सटे इलाकों में बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले थे।
हंदवाड़ा मुठभेड़ :
सुरक्षाबलों ने पुख्ता सूचना के आधार पर वीरवार शाम हंदवाड़ा के सागीपोरा इलाके में नाका लगाया था। कुछ ही देर में नाका पार्टी को एक कार आती दिखाई दी। नाके पर तैनात जवानों ने उसे रुकने का संकेत किया। कार में बैठे आतंकी फायर करते हुए वहां से निकटवर्ती खेतों की तरफ भागे। जवानों ने त्वरित कार्रवाई कर उन्हें मुठभेड़ में उलझा लिया। करीब पंद्रह मिनट गोलियां चली। इसमें एक आतंकी मारा गया, लेकिन अन्य वहां से भाग निकले। उन्हें पकड़ने के लिए सुरक्षबालों ने पूरे इलाके को घेरते हुए तलाशी अभियान चलाया है। मारे गए आतंकी की पहचान तहरीक उल मुजाहिदीन के नसीर तेली के रूप में हुई है।
सोपोर में लश्कर के तीन ओवरग्राउंड वर्कर हथियारों संग पकड़े :
राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल के जवानों ने सेना की 32 आरआर के जवानों के साथ रफियाबाद में चतलूरा चौक में नाका लगाया। नाके पर तैनात जवानों ने वहां से गुजरने वाले वाहनों को रोक तलाशी लेना शुरू की। इसी दौरान वहां तीन युवक एक मोटरसाइकिल पर आए। नाका देखकर उन्होंने भागना चाहा। इसपर जवानों ने उनका पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया।
इन तीनों युवकों की पहचान अख्तर रसूल लोन, तारिक अहमद तांत्रे और इरफान अहमद अशरफ डार के रूप में हुई है। यह तीनों ही रेबन रफियाबाद के रहने वाले हैं और लश्कर के लिए बतौर ओवरग्राउंड वर्कर काम करते हैं। तीनों के पास से हथियार और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं। तीनों से पूछताछ जारी है।