बर्फ से जमे लद्दाख में सुरक्षा के साथ सहयोग दे रही सेना, दूरदराज में लोगों की मदद के लिए चला रही अभियान
सेना ने पूर्वी लद्दाख के दूरदराज फोबरांग इलाके में लोगों की मुश्किलों को दूर करने के लिए 14200 फीट की उंचाई पर मेडिकल व वेटनरी कैंपों का आयोजन किया। इस कैंप के दौरान मेडिकल टीमों ने लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ उनमें निशुल्क दवाईयां भी वितरित की।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। बर्फ से जमे लद्दाख की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ सेना के जवान चुनौतीपूर्ण हालात में दूरदराज इलाकों में रहने वाले लोगों की मदद करने के लिए भी हाजिर है। लद्दाख में बर्फ लोगों के लिए कई प्रकार की मुश्किलें लाती है। सड़क मार्ग से प्रशासन के दूरदराज इलाकों में लोगों के बीच पहुंचने के रास्ते बंद हो जाते हैंं। ऐसे हालात में सेना लोगों का सहारा बन जाती है।
सेना ने पूर्वी लद्दाख के दूरदराज फोबरांग इलाके में लोगों की मुश्किलों को दूर करने के लिए 14200 फीट की उंचाई पर मेडिकल व वेटनरी कैंपों का आयोजन किया। सेना की स्थानीय बटालियन की ओर से आयोजित इस कैंप के दौरान मेडिकल टीमों ने लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ उनमें निशुल्क दवाईयां भी वितरित की। मेडिकल कैंप के साथ सेना ने लोगों के मवेशियों की जांच व इलाज के लिए भी कैंप का आयोजन किया।
इस समय ठंड के कारण लद्दाख में लोगों को फ्रास्टबाइट (हाथ, पैर की हड्डियां का गलना) जैसी मुश्किलें होती हैं। सेना के डाक्टर व चिकित्सा सहायक इस बीमारी का इलाज करने के साथ लोगों को यह भी जानकारी देते हुए कि उन्हें ठंड में खुद को कैसे बचाना है। ऐसे में फोबरांग से पहले गत माह सेना ने पश्चिमी लद्दाख के दिसकित इलाके में भी मेडिकल कैंप का आयोजन किया था। कैंप का आयोजन सेना की सियाचिन ब्रिगेड की ओर से किया गया था।
सेना के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल एमरान मुसावी का कहना है कि सेना की चौदह कोर लद्दाख के लोगों के सुख दुख की साथी है। गर्मियों के मुकाबले लद्दाख में सर्दियों की चुनौतियां अलग हैं। ऐसे में सेना लोगों को हर संभव सहयोग देती हैं। मेडिकल कैंपों का आयोजन करने के साथ कई बार मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए भी सेना कार्रवाई करती है। सुरक्षा संबंधी अपनी जिम्मेवारियों का निर्वाह करने के साथ सेना दूरदराज इलाकों में बटालियन स्तर पर अभियान आयोजित कर सुनिश्चित करती है कि लोगों को कोई दिक्कत न हो।