Army Chief in Ladakh : लद्दाख में खून जमाने वाली सर्दी में भी बुलंद हौसले से हर चुनौती का सामना करने को रहें तैयार : नरवने
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सर्दी की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो रही भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए सेना प्रमुख लद्दाख दौरे पर पहुंचे। उन्होंने चुशुल में 1962 के भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए सेना के जवानों को सलामी दी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने ने शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख में चीन के सामने डटे भारतीय सेना के जवानों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि खून जमाने वाली सर्दी में भी हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहें। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सर्दी की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो रही भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए सेना प्रमुख लद्दाख दौरे पर पहुंचे। उन्होंने चुशुल में 1962 के भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए सेना के जवानों को सलामी दी।
रेंजांगला में नवंबर महीने के सर्द मौसम में मेजर शेतान सिंह के नेतृत्व में लड़े सैनिकों ने चीन के सेना को युद्ध में मुंहतोड़ जवाब दिया था। इस युद्ध में भरतीय सेना के 114 सैनिकों ने प्राणों की आहुति देने से पहले 1300 चीनी सैनिकों को मार गिराया था। आर्मी चीफ ने इस वीरों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। रेजांगला व गलवन के वीर इस समय चीन के सामने डटे भारतीय जवानों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।
आपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया
रेजांगला वार मेमोरियल पर श्रद्धांजलि देने के बाद आर्मी चीफ ने वास्तविक नियंत्रण रेखा की अग्रिम चौकियों का दौरा कर आपरेशनल तैयारियों का जायजा लया। वहां तैनात जवानों से बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान सेना की उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाई जोशी व सेना की चौदह कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने आर्मी चीफ को वास्तविक नियंत्रण के मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य के साथ चल रही आपरेशनल तैयारियों के बारे में जानकारी दी।
फील्ड कमांडरों के साथ करेंगे बैठक : इसी बीच आर्मी चीफ ने पूर्वी लद्दाख में जमीनी हालात का जायजा लेने के साथ फील्ड कमांडरों के साथ बैठक भी करेंगे। इस दौरान पूर्वी लद्दाख के गलवन में चीन की सेना से खूनी संघर्ष के बाद से भारतीय सेना क्षेत्र में किसी भी प्रकार के हालात बने और दुश्मन का सामना करने के लिए कैसी तैयारी है, इसका भी जायजा लेंगे। इसके अलावा आर्मी चीफ मौसम की चुनौतियां का सामना करने के लिए हो रही तैयारियों के बारे में फील्ड कमांडरों से जानकारी हासिल करेंगे।
कल दिल्ली लौट जाएंगे आमी चीफ : इसी बीच आर्मी चीफ के दाैरे से लद्दाख में ड्यूटी कर रहे सेना के जवानों का उत्साह बुलंद है। शुक्रवार को आर्मी चीफ के लेह पहुंचने पर सेना की उत्तरी कमान के वरिष्ठ अधिकारियों ने लेह एयरपोर्ट पर आर्मी चीफ का स्वागत किया। इसके बाद आर्मी चीफ सेना को लेह स्थित चौदह कोर मुख्यालय में मौजूदा हालात के बारे में ब्रीफ किया गया। आर्मी चीफ लद्दाख के सुरक्षा हालात के बारे में जानकारी लेने के बाद शनिवार को वापस दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
छह महीने में सेना प्रमुख का दूसरा लद्दाख दौरा : छह महीनों में आर्मी चीफ का यह दूसरी बार लद्दाख क्षेत्र का दौरा है। इससे पहले आर्मी चीफ ने अप्रैल महीने में लद्दाख का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने पश्चिमी लद्दाख में सियाचिन ग्लेशियर के साथ पूर्वी लद्दाख का दौरा कर जवानों का मनोबल बढ़ाया था। अब भी आर्मी आर्मी लद्दाख के उच्चतम दुगर्म इलाकों में जाकर वहां के मौजूदा हालात जानेंगे। इस दौरान वह वहां तैनात सेना के जवानों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में भी जानकारी ले रहे हैं।