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अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए सेना और सुरक्षाबलों ने झोंकी पूरी ताकत, सेना के शीर्ष अधिकारी रख रहे नजर

सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत बनाने के लिए थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे से पहले थलसेना उपप्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने दौरा कर वास्तिवक नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ करवाने की साजिशें नकार रहे जवानों का हौसला बढ़ाया था।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Sun, 22 May 2022 01:18 PM (IST)Updated: Sun, 22 May 2022 01:18 PM (IST)
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए सेना और सुरक्षाबलों ने झोंकी पूरी ताकत, सेना के शीर्ष अधिकारी रख रहे नजर
उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी भी लगातार दौरे कर सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा कर रहे हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : जून महीने में शुरू हो रही श्री बाबा अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेना, सुरक्षाबलों ने अभी से पूरी ताकत झोंक दी है। दुश्मन के मंसूबों को नकार रहे जवानों का हौसला बरकरार रखने के लिए सेना के वरिष्ठ नेताओं के दाैरे जारी है।

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मई महीने में प्रदेश में सुरक्षा के सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत बनाने के लिए थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे से पहले थलसेना उपप्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने दौरा कर वास्तिवक नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ करवाने की साजिशें नकार रहे जवानों का हौसला बढ़ाया था। वहीं दूसरी सेना की उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी भी लगातार दौरे कर सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा कर रहे हैं।

यात्रा की सुरक्षा के लिए 400 अतिरिक्त कंपनियां होंगी तैनात : खुफिया एजेंसियों को ऐसे पुख्ता संकेत मिल रहे हैं कि इस समय आतंकी श्री बाबा अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के लिए साजिशें रच रहे हैं। इस लिए सेना, सुरक्षाबल, जम्मू कश्मीार पुलिस व खुफियां एजेंसियां इस समय बेहतर समन्वय बनाए हुए हैं। सीमा पर घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए प्रदेश के अंदरूनी हिस्सों में आतंकियों पर सटीक प्रहरों से दवाब बनाया जा रहा है। आने वाले दिनों में यात्रा की सुरक्षा को लेकर करीब 400 अतिरिक्त कंपनियों की भी तैनाती हो रही है।

कश्मीर में सुधरते हालात से आतंकी संगठन निराश : कश्मीर में सुधरते हालात के कारण प्रदेश में सक्रिय आतंकी संगठन व सीमा पार उनके आका निराश हैं। यही कारण है कि कश्मीर में कश्मीरी हिंदुओं, अप्रवासी श्रमिकों की ट्रागेट किलिंग से आतंक को जिंदा रखने की कोशिश हो रही हैं। इस समय अप्रवासी श्रमिकों व कश्मीरी हिंदुओं पर होने वाले आतंकी हमलों की समीक्षा कर ऐसी चुनौतियों को खत्म करने के लिए उचित कदम उठाए गए हैं। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि देशविरोधी तत्वों के मंसूबों को लेकर मिल रही सूचनाओं, गिरफ्तार किए गए आंतकियों के ओवर ग्राउंड वर्करों से मिल रही जानकारियों के आधार पर आतंकियों के छिपने के ठिकाने ध्वस्त किए जा रहे हैं।

पुलिस व खुफिया एजेंसियों में बेहतर तालमेल से कर रही काम : सेना, जम्मू कश्मीर पुलिस व खुफिया एजेंसियों में बेहतर तालमेल है। अपने अपने स्तर पर सुरक्षा ग्रिड को पुख्ता बनाने के साथ देश विरोधी तत्वों को लेकर मिल रही सूचनाएं तुरंत एक दूसरे से साझाा की जा रही हैं। इस सिलसिले में जारी माह में पहले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता वाली एकीकृत मुख्यालय व उसके बाद कोर कमांडर लेफ्टिनेंट स्तर की बैठकों में सुरक्षा की रणनीति बनाई गई है।

प्रदेश में 43 दिन की अमरनाथ यात्रा तीस जून से 11 अगस्त तक चलेगी। यात्रा की सुरक्षा को लेकर जम्मू-पठानकोट व जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी सुरक्षा के प्रबंधों को पुख्ता किया जा रहा है। सरकार को उम्मीद है कि इस बार श्री बाबा अमरनाथ यात्रा पर आने वाले भक्तों की संख्या आठ लाख तक हो सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए कार्यवाही की जा रही है।


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