सेना और बीएसएफ ने संभाल रखी है बिजली बहाली की कमान, पावरग्रिड की मदद से कई क्षेत्रों में बिजली बहाल
सेना और बीएसएफ के जवान इस समय बिजली बहाली की कमान संभाल रखे हैं। जम्मू समेत कई इलाकों में सेना की मदद से बिजली आपूर्ति बहाल की गई। वहीं दूसरी तरफ सीमावर्ती इलाके अरनिया की पंचायत तरेबा में बीएसएफ ने अपना जेनरेटर भेजकर बिजली गांव में बिजली बहाल की।
जम्मू, जेएनएन : दुश्मनों के खिलाफ मोर्चा संभालने वाले सेना और बीएसएफ के जवान इस समय बिजली बहाली की कमान संभाल रखे हैं। जम्मू समेत कई इलाकों में सेना की मदद से बिजली आपूर्ति बहाल की गई। यह प्रयास अभी भी जारी है। वहीं दूसरी तरफ सीमावर्ती इलाके अरनिया की पंचायत तरेबा में बीएसएफ ने अपना जेनरेटर भेजकर बिजली गांव में बिजली बहाल की। ट्रांसफार्मर के पास मेन लाइन को बीएसएफ के जेनरेटर से जोड़ दिया गया।
दूसरी ओर प्रशासन द्वारा बिजली बहाली में सेना से मदद मांगते ही तुरंत सभी ग्रिड स्टेशनों में सेना ने कमान संभाल ली। वहीं बिजली बहाली का काम पावरग्रिड के कर्मचारियों ने संभाल लिया है। कई क्षेत्रों में बिजली बहाल कर दी गई है। ऊधमपुर जिला प्रशासन ने दावा किया है कि 60 से 70 फीसद तक क्षेत्रों में बिजली बहाल कर दी गई है। हालांकि प्रशासन ने यह स्वीकार किया है कि कई जगहों पर आई तकनीकी खराबी का पता लगाने में परेशानी आ रही है। ऊधमपुर जिले में कई क्षेत्रों में तीन दिनों से बिजली बंद थी। इन क्षेत्रों में ऊधमपुर शहर का कुछ क्षेत्र, रामनगर तहसील, डूडू-बसंतगढ़, मजोड़ी, पंचैरी आदि शामिल हैं।
गत रविवार को मंडलायुक्त जम्मू डा. राघव लंगर ने बिजली बहाली का जिम्मा सेना को सौंपा था। इसके बाद जिले के जखैनी स्थित ग्रिड स्टेशन की कमान भी सेना ने संभाल ली। जिला प्रशासन ने बिजली बहाली के लिए पावरग्रिड की भी मदद मांगी। इसके बाद रविवार रात से ही बिजली बहाली के लिए काम शुरू हो गया। जिला उपायुक्त ऊधमपुर इंदू कंवल चिब सोमवार को स्वयं भी जखैनी ग्रिड स्टेशन पहुंची और उन्होंने वहां का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि ढाई दिनों से बिजली बंद है। कई जगहों पर स्थानीय स्तर पर तकनीकी खराबी आई है। अस्पतालों पर बिजली बंद होने का सबसेे अधिक असर है। प्राथमिकता के तौर पर सभी अस्पतालों में बिजली बहाल की जा रही है। कई स्थानों पर बिजली बहाल हो गई है। कुछ पर काम चल रहा है।
कई जगहों पर निकाल दिए गए हैं फ्यूज : वहीं बिजली की बहाली के लिए पटठी पंगारा, फ्लाटा, धार रोड़, रामनगर, चिनैनी, मजालता पावर स्टेशनों में भी काम जारी है। रामनगर कस्बे में भी तीन दिन के बाद शाम को बिजली बहाल हो गई। वहीं रामनगर के तीस अन्य गांवों में भी बिजली बहाल कर दी गई है।जिला उपायुक्त अंदू कंवल चिब का कहना है कि कुछ जगहों पर फ्यूज निकाल दिए गए हैं। इन जगहों पर बिजली बहाली में परेशानी आ रही है। लेकिन पूरा प्रयास है कि जल्द से जल्द सभी जगहों पर बिजली व्यवस्था को लागू किया जाए। इस समय डूडू-बसंतगढ़ जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में बिजली बहाल की जा रही है।