फर्जी नियुक्ति पत्र पर सरकारी स्कूल में ढाई साल तक नौकरी करता रहा अरफात, क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार
क्राइम ब्रांच प्रवक्ता के अनुसार अराफात अहमद खान निवासी डोडा के विरुद्ध स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि कुछ लोगों ने फर्जी नियुक्ति पत्र और उसके बाद तबादला आदेश बनाकर स्कूल शिक्षा विभाग में नौकरी की है।
जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू संभाग के जिला डोडा में हैरान करने वाला एक मामला सामने आया है। यहां केे एक सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल में करीब ढाई साल पहले एक लेक्चरार की नियुक्ति होती है और वह हर माह सरकारी खजाने से वेतन भी पाता रहा। अब कहानी में ट्वीस्ट यह है कि नौकरी का नियुक्ति पत्र फर्जी था, जो आरोपी लेक्चरार ने खुद तैयार किया था। इस फर्जी लेक्चरार की पहचान अरफात खान के रूप में हुई है। क्राइम ब्रांच जम्मू ने इस फर्जीबाड़े के लिए उसे गिरफ्तार कर लिया है।
क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के अनुसार फर्जी नियुक्ति पत्र एवं तबादला आदेश बनाने के आरोपित कंप्यूटर साइंस विषय का फर्जी लेक्चरर अरफात अहमद खान पिछले काफी दिनों से उन्हें चकमा दे रहा था। आरोपित ने स्कूल शिक्षा विभाग में नियुक्ति के लिए खुद का फर्जी नियुक्ति पत्र बनाने के साथ ही अपने तबादले का आदेश भी तैयार किया था। अराफात अहमद खान इन दिनों सरकारी गवर्नमेंट हाई सेकेंडरी स्कूल जयकास, डोडा में तैनात था।
मामला की जांच के दौरान वह क्राइम ब्रांच को सहयोग नहीं दे रहा था। कभी वह जम्मू और कभी श्रीनगर में छुपकर क्राइम ब्रांच अधिकारियों को गच्चा दे रहा था। अराफात ने कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका भी दायर की थी लेकिन मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया था।
क्राइम ब्रांच प्रवक्ता के अनुसार अराफात अहमद खान निवासी डोडा के विरुद्ध स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि कुछ लोगों ने फर्जी नियुक्ति पत्र और उसके बाद तबादला आदेश बनाकर स्कूल शिक्षा विभाग में नौकरी की है। जांच के दौरान क्राइम ब्रांच अधिकारियों ने पाया कि अराफात ने करीब ढाई वर्ष तक लेक्चरर के तौर पर स्कूल शिक्षा विभाग में तैनात रहा है।
इस दौरान आरोपित ने फर्जी तबादला आदेश तैयार कर खुद की ट्रांसफर गवर्नमेंट हाई सेकेंडरी स्कूल जयकास से गवर्नमेंट हाई सेकेंडरी स्कूल किश्तवाड में कर ली थी। मामले की जांच अभी चल रही है। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद सोमवार को क्राइम ब्रांच ने उसे कोर्ट में रिमांड पर लेने के लिए पेश किया। क्राइम ब्रांच की दलीलों को सही मानते हुए कोर्ट ने उसे रिमांड पर क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है।