Jammu Kashmir: केंद्रीय मंत्रियों को पश्मीना शाल निर्यातकों की समस्याओं से अवगत करवाया
हिना ने कहा कि पश्मीना उद्योग से जुड़े निर्यातकों को कस्टम में क्लीयरेंस न मिलने और जब्त शाल की रिपोर्ट देरी से आने में उद्योग पर संकट से जूझ रहा है। पश्मीना शाल की शाहतूश शाल से गलत ब्रॉडिंग गलत पहचान के कारण नुकसान उद्योग को झेलना पड़ रहा है।
जम्मू, जागरण संवाददाता । जम्मू कश्मीर खादी विलेज इंडस्ट्रीज बोर्ड की उपाध्यक्ष हिना भट्ट के नेतृत्व में पश्मीना शाल के निर्यातकों का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से शुक्रवार को दिल्ली में मिला और निर्यातकों को पेश आ रही दिक्कतों से अवगत कराया।
हिना ने कहा कि पश्मीना उद्योग से जुड़े निर्यातकों को कस्टम में क्लीयरेंस न मिलने और जब्त शाल की रिपोर्ट देरी से आने में उद्योग पर संकट से जूझ रहा है। पश्मीना शाल की शाहतूश शाल से गलत ब्रॉडिंग और उसकी गलत पहचान के कारण नुकसान उद्योग को झेलना पड़ रहा है। जांच के दौरान वन्य जीव विभाग शाल की पहचान के लिए पुराने तरीकों से जांच करता है।
पश्मीना के निर्यात में 30 से 40 फीसद की गिरावट आई है
फिलहाल वन्यजीव विभाग जब्त किए गए नमूनों को उनकी लैब में भेजता है जहां बुनियादी ऑप्टिकल माइक्रोस्कोप का उपयोग किया जाता है। इन प्रक्रियाओं के कारण पश्मीना के निर्यात में 30 से 40 फीसद की गिरावट आई है।
5 लाख कारीगर काम छोड़ देंगे
यदि यह अभ्यास कुछ और समय तक चलता रहे तोहाथ से बने कश्मीर पश्मीना उद्योग के लिए विनाशकारी होगा इससे 5 लाख कारीगर काम छोड़ देंगे।दोनों मंत्रियों ने निर्यातकों की शिकायत सुनी और त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया निर्यातकों के प्रतिनिधिमंडल में श्री मुब्बाशीर अहमद शॉ, तारिक अहमद शामिल थेडार, इमरान राशिद दारज़ी, बिलाल अहमद बेघ, नक़ीद काज़ी और अब्दुल मनान बाबा अादि शामिल थे।