Jammu Kashmir DDC Poll: अनुराग ठाकुर बोले- देश में कांग्रेस को कोई भी गले लगाने को तैयार नहीं
जम्मू-कश्मीर ही नहीं प्रत्येक राज्य में जहां पर भी काग्रेस ने चुनाव लड़ा वहां उसने अपने गठबंधन के सहयोगी दलों की सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब बी-टीम से सी-टीम की ओर बढ़ रही है जिसे कोई भी गले लगाने के लिए तैयार नहीं है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जिला विकास चुनाव के पहले चरण का मतदान होने के साथ ही सियासी जंग और तेज हो गई है। भाजपा के केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को कांग्रेस पर बड़ा सियासी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देश में काग्रेस को कोई भी गले लगाने के लिए तैयार नहीं है। जम्मू-कश्मीर में इस पार्टी ने अपने गठबंधन पीपुल्स एलायंस के सहयोगी दलों की आशाओं को भी कुचल दिया है कि वह जिला विकास परिषद के चुनाव जीत सकें।
जम्मू-कश्मीर के चुनाव प्रभारी बनाए जाने के बाद अनुराग ठाकुर पिछले एक सप्ताह से लगातार जम्मू कश्मीर में हैं। अपनी जनसभाओं में वह कांग्रेस समेत पीपुल्स एलायंस को निशाने पर ले रहे हैं। रविवार को उन्होंने जम्मू जिले के गजनसू में जनसभा की। पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, गुपकार और कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में सत्ता में बने रहने के लिए धोखेबाज गैंग बनाया है, लेकिन देश के अन्य राज्यों की तरह कांग्रेस यहां भी इस गठबंधन को विफल कर देगी।
कांग्रेस पर तंज कसते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस देश की एकमात्र राजनीतिक पार्टी है, जिसका ध्यान चुनाव जीतने पर नहीं, बल्कि अपने सहयोगियों को हराने के लिए है। जम्मू-कश्मीर ही नहीं, प्रत्येक राज्य में जहां पर भी काग्रेस ने चुनाव लड़ा, वहां उसने अपने गठबंधन के सहयोगी दलों की सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब बी-टीम से सी-टीम की ओर बढ़ रही है, जिसे कोई भी गले लगाने के लिए तैयार नहीं है। बिहार चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि काग्रेस ने बिहार में महागठबंधन की उम्मीदों को धराशायी कर दिया।
उन्होंने गुजरात, मध्यप्रदेश, मणिपुर का भी जिक्र किया। हमारे लिए सत्ता सिर्फ सेवा का जरिया अनुराग ठाकुर ने कहा कि हमारे लिए सत्ता केवल सेवा करने का एक जरिया है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा अब दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। देश के लोग अब काग्रेस पार्टी को किसी विकल्प के रूप में नहीं देख रहे हैं।