कश्मीर में नहीं थम रहा युवाओं का आतंकी संगठनों में शामिल होना, एक और युवक जिहादी बना
बीते तीन सालों के दौरान स्थानीय युवकों में सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर जारी कर आतंकी बनने का एलान करने का ट्रेंड सामने आया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। सुरक्षाबलों द्वारा कश्मीर में चलाए जा रहे आपरेशन आॅल आऊट के बावजूद स्थानीय युवकों का आतंकी संगठनों में शामिल होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। दक्षिण कश्मीर के शोपियां में एक और स्थानीय युवक के आतंकी बनने का मामला प्रकाश में आया है। फिलहाल, पुलिस उसका पता लगा उसे वापस मुख्यधारा में लाने का प्रयास कर रही है। आतंकी बने इस युवक का नाम शारिक अहमद पुत्र मोहम्मद युसुफ नेंगरु है। चोटीगाम का रहने वाला शारिक लगभग एक माह पहले अचानक ही अपने घर से गायब हुआ था। उसके लापता होने के बाद उसके परिजनों ने उसका पता लगाने का हर संभव प्रयास किया। लेकिन वह नहीं मिला। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी संबधित पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई थी।
अलबत्ता, अब सोशल मीडिया पर उसकी हथियारों संग एक तस्वीर सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही है। यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि बीते तीन सालों के दौरान स्थानीय युवकों में सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर जारी कर, आतंकी बनने का एलान करने का ट्रेंड सामने आया है।
20 मार्च से हिज्ब का सक्रिय आतंकी है शारिक
शारिक की सोशल मीडिया पर जो तस्वीर वायरल हो रही है, उसके मुताबिक वह 20 मार्च से हिजबुल मुजाहिदीन संगठन का एक सक्रिय आतंकी है और संगठन में उसका कोड नाम शाहीन भाई है। संबधित पुलिस अधिकारियों ने बताया सोशल मीडिया पर वायरल हुई शारिक की तस्वीर का संज्ञान लिया गया है। तस्वीर की सच्चाई की जांच की जा रही है। इसके अलावा उसके दोस्तों और परिचितों से भी बातचीत की जा रही है ताकि किसी तरह उसका पता लगा, उसे वापस मुख्यधारा में लाया जा सके।
तीन महीनों में 20 युवक बने आतंकी
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि वर्ष 2019 के दौरान दक्षिण कश्मीर में कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से 20 युवकों के आतंकी बनने की सूचना है। लेकिन पुलिस सिर्फ छह से सात युवकों के आतंकी बनने की पुष्टि करती है।