Amarnath Yatra 2020: बाबा अमरनाथ यात्रा इस साल नहीं होगी, बढ़ते कोरोना प्रकोप को देख लिया फैसला
Amarnath Yatra 2020 श्री अमरनाथ यात्रा-असमंजस बरकरार अभी तक पंजीकरण पर नहीं हो पाया कोई फैसला न बसों की व्यवस्था हुई और न चिकित्सकों की तैनाती।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर आखिर कारण श्री बाबा अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने इस वर्ष वार्षिक अमरनाथ यात्रा को रद करने का एलान कर दिया है। मंगलवार को उप राज्यपाल जीसी मुर्मू की अध्यक्षता में हुई श्राइन बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसके साथ ही यात्रा पर जारी असमंजस दूर हो गया है। तीर्थ यात्रा से जुड़े धार्मिक अनुष्ठान समय पर पूरे किए जाएंगे। दशनामी अखाड़े से चलने वाली छड़ी मुबारक परंपरागत ढंग से रवाना होगी और श्रावण पूर्णिमा को पवित्र गुफा में प्रवेश करेगी।
वार्षिक तीर्थयात्रा श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन के दिन) को संपन्न मानी जाती है। इसके बाद पवित्र गुफा को बंद कर दिया जाता है। इस तरह छड़ी मुबारक की पूजा के बाद पवित्र गुफा को बंद कर दिया जाएगा।
बोर्ड अधिकारियों ने बताया कि इस बैठक में प्रदेश प्रशासन, अदालत व अन्य संबधित पक्षों द्वारा अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा को मौजूदा परिस्थितियों में संपन्न कराने संबधी दिए गए सुझावों, निर्देशों पर विस्तार से चर्चा की। बोर्ड के सदस्य इस बात पर सहमत नजर आए कि मौजूदा हालात में श्री अमरनाथ की वार्षिक यात्रा की अनुमति प्रदान करना जनहित में सही नहीं है। अधिकारियों के अनुसार अगर यात्रा की अनुमति दी जाती है तो स्वास्थ्य अमले और नागरिक व पुलिस प्रशासन का पूरा ध्यान कोविड-19 को हराने की मुहिम के बजाय तीर्थयात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य, सुरक्षा व अन्य प्रबंधों पर केंद्रित हो जाएगा। इससे कोरोना संक्रमण बढऩे की आशंका है।
जारी रहेगा आरती और पूजा का लाइव प्रसारण: उन्होंनेे बताया कि बोर्ड सदस्यों ने भारी मन से तीर्थयात्रा का आयोजन न करने का एलान किया है। इसके साथ ही बोर्ड के सदस्यों ने कहा कि श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं और आस्था को ध्यान में रखते हुए पवित्र गुफा में रोजाना सुबह-शाम होने वाली भगवान की शंकर की पूजा और आरती का सीधा प्रसारण जारी रहेगा। इसके साथ ही तीर्थयात्रा से जुड़़े सभी धार्मिक अनुष्ठान परंपरानुसार पूरे किए जाएं। साथ ही प्रशासन से अनुरोध किया गया कि भगवान अमरेश्वर की पवित्र छड़ी मुबारक को पवित्र गुफा में रक्षाबंधन के दिन पूजा करने व अन्य धार्मिक अनुष्ठान संपन्न करने में पूरी सहायता प्रदान करे। छड़ी मुबारक पर कोई पाबंदी नहीं है।
जागरण ने पहले ही कर दिया था साफ: दैनिक जागरण ने 21 जुलाई के अंक में स्पष्ट कर दिया था कि वर्तमान हालात में अमरनाथ गुफा को परंपरागत अंदाज में करवाना संभव नहीं है। श्राइन बोर्ड के अधिकारी यात्रा को छड़ी मुबारक की पूजा तक सीमित कर सकते हैं। मंगलवार को श्राइन बोर्ड की बैठक में इस पर मुहर लग गई।