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जम्मू-कश्मीर LoC पर आतंकियों की घुसपैठ की आशंका, सेना हाई अलर्ट पर

नियंत्रण रेखा से सटे रिहायशी इलाकों में रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने को कहा गया है। कोई भी संदिग्ध गतिविधि देखने पर तुरंत पुलिस या सेना को सूचित करने को कहा गया है। यही नहीं नियंत्रण रेखा पर सेना की गश्त को भी बढ़ा दिया गया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 14 Nov 2020 11:05 AM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2020 11:12 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर LoC पर आतंकियों की घुसपैठ की आशंका, सेना हाई अलर्ट पर
सैन्य अधिकारी ने विभिन्न आतंकवादी संगठन एलओसी के माध्यम से घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं।

जम्मू, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर नियंत्रण रेखा पर इस समय युद्ध जैसी स्थिति बनी हुई है। एलओसी के करीब आतंकवादियों के दो समूहों की आवाजाही को भी देखा गया है। भारतीय क्षेत्र में आतंकियों की घुसपैठ की आशंका को देखते हुए जिला राजौरी और पुंछ में तैनात सेना की कंपनियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दे दिए गए हैं। यही नहीं सैन्य अधिकारियों ने सीमा की सुरक्षा में तैनात जवानों को यह भी स्पष्ट कह दिया है कि यदि पाक सेना आतंकियों की मदद के लिए कोई भी कार्रवाई करती है तो उसका कड़ाई से जवाब दें।

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पाकिस्तान को प्रभावी जवाब देने के लिए सैन्य जवान पूरी तरह तैयार हैं। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि जब पाकिस्तानी सेना कुपवाड़ा, उड़ी, पुंछ में सीज फायर का उल्लंघन कर रही थी उसी दौरान आतंकवादियों के दो समूह, जो पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम भी हो सकती है, को जिला राजौरी और जिला पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास स्पॉट किया गया है। इससे यह लगता है कि पाकिस्तान कोई बड़ी साजिश रच रहा है। गत शुक्रवार को सीजफायर उल्लंघन के बाद सीमा पर जवानों की तैनाती को भी बढ़ा दिया गया है।

नियंत्रण रेखा से सटे रिहायशी इलाकों में रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने को कहा गया है। कोई भी संदिग्ध गतिविधि देखने पर तुरंत पुलिस या सेना को सूचित करने को कहा गया है। यही नहीं नियंत्रण रेखा पर सेना की गश्त को भी बढ़ा दिया गया है। सैन्य अधिकारियों का कहना है कि आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के इरादे से ही पाकिस्तानी सेना इस तरह सीजफायर का उल्लंघन करती है।

आपको जानकारी हो कि गत शुक्रवार को पाक सेना ने कश्मीर संभाग के जिला कुपवाड़ा, जिला बारामुला से लेकर जिला पुंछ तक गोलाबारी की। इस गोलाबारी में बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर राकेश डोभाल समेत पांच सुरक्षा जवान शहीद हो गए थे। यही नहीं इस गोलाबारी में पांच नागरिकों की भी जान भी चली गई। एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। हालांकि भारतीय सेना ने भी इस गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तानी सेना की कई चौकियां तबाह कर दी जबकि 11 सैनिकों को मार गिराया।

सैन्य अधिकारी ने विभिन्न आतंकवादी संगठन एलओसी के माध्यम से घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका प्रयास है कि बर्फ पड़ने से पहले अधिक से अधिक आतंकी जम्मू-कश्मीर सीमा पार कर जाएं क्योंकि एलओसी पर बर्फ पड़ने के बाद घुसपैठ करना मुश्किल हो जाता है। सीमा पार लॉन्चिंग पैड पर मौजूद आतंकवादी लगातार इस प्रयास में जुटे हुए हैं। हालांकि सीमा पर तैनात हमारे जवान पूरी सतर्कता के साथ इसका जवाब दे रहे हैं। आपको यह भी बता दें कि मेजर जनरल एचएस साही ने भी गत दिनों यह जानकारी दी थी कि इस वर्ष केवल 30-40 आतंकवादी ही घुसपैठ में सफल रहे जबकि पिछले साल यह संख्या 130-140 के करीब थी। यह सीमा पर सतर्कता बढ़ाने के बाद हुआ है। दरअसल पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन के आका कश्मीर में कम होती आतंकियों की संख्या से परेशान हैं। 


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