अलर्ट जारी- कश्मीर में बाढ़ जैसे हालात, बालटाल और पहलगाम में ही रोकी अमरनाथ यात्रा
कश्मीर में बाढ़ का अलर्ट घोषित कर दिया है। बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा को भी बालटाल और पहलगाम दोनों ही मागों से स्थगित कर दिया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। पिछले तीन दिनों से जारी बारिश के कारण कश्मीर में कई स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। झेलम दरिया में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। प्रशासन ने दक्षिण कश्मीर और मध्य कश्मीर में बाढ़ का अलर्ट घोषित कर दिया है। बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा को भी बालटाल और पहलगाम दोनों ही मागों से स्थगित कर दिया है।
मध्य कश्मीर में झेलम का जल स्तर अठारह फुट से अधिक हो गया है जो कि खतरे के निशान से अधिक है। इस कारण श्रीनगर सहित अन्य जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। इसी तरह दक्षिण कश्मीर में संगम के पास झेलम का जल स्तर 21 फुट से भी अधिक है।
दक्षिण कश्मीर में प्रशासन ने शुक्रवार शाम को ही अलर्ट कर दिया था। हालांकि दक्षिण कश्मीर में बारिश रूकने के कारण थोड़ी राहत है। जल स्तर में थोड़ी कमी आ रही है। प्रशासन ने मध्य कश्मीर में झेलम और अन्य नालों के करीब रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा है।
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के चीफ इंजीनियर एमएम शाहनवाज के अनुसार श्रीनगर के राममुंशीबाग क्षेत्र में जलस्तर रात को बारह बजे अठारह फुट को पार कर कर गया था। यह खतरे के निशान से अधिक है। सुबह आठ बजे इस क्षेत्र में जल सतर करीब 21 फुट था। इसी तरह संगम में जल स्तर करीब 23 फुट है। मध्य कश्मीर में बाढ़ नियंत्रण विभाग से जुड़े सभी कर्मचारियों को अपने-अपने क्षेत्र में रिपोर्ट करने को कहा गया है।
इसी बीच प्रशासन ने शनिवार को सभी स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। वहीं राज्यपाल एनएन वोहरा ने भी सभी डिप्टी कमिश्नरों को अपने-अपने जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित करने और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रबंध करने को कहा है।
इसी बीच बारिश को देखते हुए अमरनाथ यात्रा को बालटाल अौर पहलगाम दोनों ही मागों से स्थगित कर दिया गया है। किसी भी यात्री को आगे नहीं जाने दिया गया है। बालटाल रास्ते से लगातार दूसरे दिन किसी भी यात्री को नहीं जाने दिया गया है। वहीं जम्मू के आधार शिविर भगवती नगर से भी शनिवार को जत्था रवाना नहीं हुआ।
उमर ने महबूबा सरकार को घेरा
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बाढ़ की स्थिति के लिए पूर्व की महबूबा सरकार को घेरा है। उमर ने टवीट कर कहा कि साल 2014 में बाई बाढ़ के बाद साढ़े तीन साल तक पीडीपी-भाजपा की सरकार रही है। इस सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए प्रबंध क्यों नहीं किए। फ्लड चैनल की क्षमता को क्यों नहीं बढ़ाया गया? उमर ने यह भी प्रश्न किया कि बाढ़ से निपटने के लिए आए फंड कहां गए?