AIIMS In Jammu : मार्च 2023 तक पूरा होगा एम्स जम्मू, 1661 करोड़ रूपये होंगे खर्च
एम्स को दो चरणों में पूरा किया जाएगा।इसमें अस्पताल मेडिकल कॉलेज छात्रावास आवासीय क्वार्टर और अन्य सुविधाएं होगी। इस पर 1661 करोड़ की लागत आ रही है। मेडिकल कालेज और अन्य बुनियादी ढांचे के लिए 1452 करोड़ रुपये और चिकित्सा उपकरणों और संबंधित सामग्री पर 209 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग विवेक भारद्वाज ने मंगलवार को विजयपुर में बनाए जा रहे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जम्मू का दौरा किया। उन्होंने इस दौरान वहां पर चल रहे विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव को एम्स में किए जा रहे निर्माण कार्यों की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि प्रतिष्ठित एम्स जम्मू प्रोजेक्ट मार्च 2023 तक पूरी होने वाली है और सभी कार्य समय पर पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर काम हो रहा है। एम्स को दो चरणों में पूरा किया जाएगा।इसमें अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, छात्रावास, आवासीय क्वार्टर और अन्य सुविधाएं होगी। इस पर कुल 1661 करोड़ रुपये की लागत आ रही है। मेडिकल कालेज और अन्य बुनियादी ढांचे के लिए 1452 करोड़ रुपये और चिकित्सा उपकरणों और संबंधित सामग्री पर 209 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
यह भी बताया गया कि जीआरसी क्लैडिंग सिस्टम, डबल ग्लास यूनिट फेशियल, प्लास्टिक रोड, आक्यूपेंसी सेंसर, रूफटाप सोलर पीवी पैनल, सोलर पोल, फायर कर्टन और अन्य अत्याधुनिक मशीनरी सहित नई और उभरती प्रौद्योगिकियों को एम्स परियोजना में शामिल किया जा रहा है।अतिरिक्त मुख्य सचिव ने एम्स परियोजना के फेज-1 और फेज-2 के बीच अंडरपास के निर्माण की समीक्षा करते हुए नेशनल हाइवे अथारिटी और सड़क एवं भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों को सिविल कार्यों की प्रगति में गति में तेजी लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को डीपीआर के अनुसार देवक नदी के किनारे सुरक्षा दीवार विकसित करने और निर्धारित समय सीमा के भीतर आवश्यक कार्यों को पूरा करने के लिए भी कहा।बाद में अतिरिक्त मुख्य सचिव ने परिसर में पौधरोपण अभियान शुरू करने के अलावा एम्स परियोजना के अंतर्गत निर्माणाधीन आयुष ब्लॉक का दौरा किया। मंडलायुक्त जम्मू डा. राघव लंगर, जिला उपायुक्त सांबा अनुराधा गुप्ता, एम्स के कार्यकारी निर्देशक डा. शक्ति गुप्ता भी थे।