AIIMS Hospital Jammu: समय से पहले तैयार हो सकता है एम्स विजयपुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने किया एम्स का दौरा
केंद्रीय टीम अभी तक हुए काम को देखकर संतुष्ट नजर आई। उन्हें यह भी बताया गया कि एम्स विजयपुर के निर्माण में लगी कंपनी आलूवालिया कांट्रेक्ट इंडिया लिमिटेड की तरफ से आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल करके काम को किया जा रहा है।
सांबा, संवाद सहयोगी : विजयपुर में बन रहे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का निर्माण कार्य तेजी के साथ जारी है। निर्माण कार्य अगले साल के अंत तक पूरा हो सकता है। हालांकि इसकी समय सीमा साल 2023 रखी गई है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने भी दौरा कर निर्माण कार्य का जायजा लिया। निर्माण एजेंसियों को निर्धारित समय में काम पूरा करने के निर्देश दिए। टीम ने परिसर में पौधारोपण भी किया। जम्मू-पुंछ के सांसद जुगल किशोर व लद्दाख के सांसद नामग्याल भी मौजूद थे।
एम्स का जायजा लेने पहुंची टीम में एक दर्जन से अधिक सदस्य थे। उन्होंने एम्स विजयपुर के निर्माण कंपनी और सीपीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से विस्तार से बात र्की। उन्होंने बताया कि किस ब्लाक को बनाने में कितना समय लगेगा। आगे और क्या काम किया जा रहा है। आने वाले दिनों में एम्स में आने वाले मरीजों को किस प्रकार की सुविधा मिलने वाली है, इस बारे में भी टीम को जानकारी दी। लोगों तथा स्टाफ के रहने की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी दी।
केंद्रीय टीम अभी तक हुए काम को देखकर संतुष्ट नजर आई। उन्हें यह भी बताया गया कि एम्स विजयपुर के निर्माण में लगी कंपनी आलूवालिया, कांट्रेक्ट इंडिया लिमिटेड की तरफ से आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल करके काम को किया जा रहा है। टीम के सदस्यों ने मशीनों को देखा। उन्होंने कहा कि काम में तेजी के साथ सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए। इस दौरान एम्स में अधिकारियों तथा सांसदों की तरफ से पौधारोपण किया। इसके अलावा सीपीडब्लयूडी कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की गई। जिसमें उन्हें काम के बारे में पूरी जानकारी दी। तीन दिनों तक एम्स विजयपुर में स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम का दौरा होने वाला है।
वहीँ अंत में पत्रकारों से बात करते हुए लद्दाख के सांसद नामग्याल ने बताया कि एम्स बोर्ड की पहली बैठक हुई है जिसमे सारे कामकाज का जायजा लिया गया और उन्होंने कहा कि दोनों तरफ हो रहे काम बड़ी तेजी से किया जा रहा है और इसकी गुणवता को भी जांचा गया है। हमें उम्मीद है कि तय समय से पहले ही इस काम को पूरा कर लिया जाएगा और जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के लोगों को भी इस अस्पताल का लाभ मिलेगा।