छह माह बाद आज से लगेंगी नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं, अभिभावकों के अनापत्ति पत्र के बाद ही मिलेगा प्रवेश
कोरोना काल के चलते करीब छह माह से बंद स्कूलों में सोमवार से नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं लगने जा रही हैं। इन कक्षाओं में सिर्फ उन्हीं बच्चों को प्रवेश मिलेगा जिनके अभिभावक स्कूलों में बच्चों को भेजने का अनापत्ति पत्र प्रबंधन को सौंपेंगे।
जम्मू, जागरण संवाददाता। कोरोना काल के चलते करीब छह माह से बंद स्कूलों में सोमवार से नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं लगने जा रही हैं। स्कूलों में इन कक्षाओं को चलाने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, लेकिन इन कक्षाओं में सिर्फ उन्हीं बच्चों को प्रवेश मिलेगा, जिनके अभिभावक स्कूलों में बच्चों को भेजने का अनापत्ति पत्र प्रबंधन को सौंपेंगे।
जम्मू-कश्मीर के सभी सरकारी व प्राइवेट हाई व हायर सेकेंडरी स्कूलों में यह कक्षाएं शुरू होंगी। सोमवार को पहला दिन होने के चलते अभी स्कूल प्रबंधन को भी नहीं पता कि उनके पास बच्चों की क्या हाजिरी होगी। नौवीं से बारहवीं तक के बच्चों के अभिभावकों को स्कूलों ने वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से अनापत्ति प्रमाण पत्र का फार्म पहले ही भेज दिया था, जिसे उन्हें भरकर स्कूलों में भेजना है। इस पत्र के आधार पर ही बच्चों को कक्षा में प्रवेश मिलेगा। अनापत्ति पत्र में अभिभावक लिखकर देंगे कि अगर स्कूल में उनका बच्चा संक्रमित हो जाता है तो वह इसके लिए स्कूल को दोषी नहीं ठहराएंगे। इसके अलावा बच्चे स्कूल में बेल्ट, रिंग, घड़ी आदि के बिना आएंगे।वहीं, स्कूल में आने वाले बच्चों को फेस मास्क व सेनिटाइजर भी साथ रखना होगा।
सिर्फ पचास फीसदी स्टाफ ही बुलाया जाएगा :
शिक्षा निदेशक जम्मू अनुराधा गुप्ता का कहना है कि सभी स्कूलों को कोविड-19 के नियमों का पालन करना होगा। रेड जोन से किसी शिक्षक या बच्चे को स्कूल में आने की इजाजत नहीं होगी। सिर्फ पचास फीसदी स्टाफ ही बुलाया जाएगा, जिसका रोस्टर स्कूल तैयार करेंगे।
सप्ताह में बारी-बारी लगेंगी कक्षाएं :
स्कूलों में बच्चों के बीच बराबर दूरी बनाए रखने के लिए कई स्कूलों ने एक साथ नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं न लगाने का फैसला किया है। कुछ स्कूल सोमवार को बारहवीं, मंगलवार को दसवीं और ग्यारहवीं, बुधवार को नौवीं की कक्षाएं लगाएंगे। स्कूल में कोई कैंटीन नहीं खुलेगी। बच्चे घर से पानी की बोतल ला सकते हैं। बाहर से खाने की चीज अंदर नहीं लाई जा सकती। एक बार स्कूल में प्रवेश के बाद छुट्टी होने पर ही बच्चे बाहर जाएंगे। पढ़ाई को छोड़ स्कूल में अन्य गतिविधियां बंद रहेंगी। स्कूलों की ओर से अभिभावकों को कोविड-19 के दिशा-निर्देश भी भेजे गए हैं, ताकि वे बच्चों को उनका पालन करना सिखा सकें।