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Jammu: आइपीएल के बाद सुरेश रैना प्रदेश के प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को फर्श से अर्श तक पहुंचाएंगे

सुरेश रैना ने लिखा कि 15 वर्ष से अधिक समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के क्षेत्र में एक पहचान बनाई है और इस तरह वह ज्ञान और कौशल का उपयोग अगली पीढ़ी को क्रिकेट सीखाकर करना चाहेंगे।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 05:55 PM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 05:59 PM (IST)
Jammu: आइपीएल के बाद सुरेश रैना प्रदेश के प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को फर्श से अर्श तक पहुंचाएंगे
Jammu: आइपीएल के बाद सुरेश रैना प्रदेश के प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को फर्श से अर्श तक पहुंचाएंगे

जम्मू, विकास अबरोल: टीम इंडिया के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सुरेश रैना यूएई में अगले महीने से शुरू होने वाले आईपीएल के तुरंत बाद केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आएंगे। यहां वह प्रदेश के वंचित ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें फर्श से अर्श तक पहुंचाने का नेक कार्य करेंगे।

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प्रदेश के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के प्रस्ताव को सुरेश रैना ने स्वीकार करते हुए बुधवार को इस संबंध में पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा और टवीटर पर जानकारी भी सांझा की है। इसमें सुरेश रैना ने कहा वह प्रदेश के ऐसे प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को बढ़ावा देना चाहते हैं ताे धन की कमी या फिर खेल संसाधनों कमी की वजह से आगे नहीं बढ़ पाते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर वहां से प्रतिभाशाली क्रिकेटरों की तलाश कर उन्हें तराशना होगा ताकि ऐसे प्रतिभाशाली क्रिकेटर एक दिन देश के लिए खेलकर प्रदेश और देश के नाम को चार चांद लगा सकें।

सुरेश रैना ने लिखा कि उन्होंने 15 वर्ष से अधिक समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के क्षेत्र में एक पहचान बनाई है और इस तरह वह ज्ञान और कौशल का उपयोग अगली पीढ़ी को क्रिकेट सीखाकर करना चाहेंगे। उनकी इच्छा प्रदेश के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजाें और ग्रामीण क्षेत्रों से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान करना है। वह इस अवसर का उपयोग सही प्रतिभाशाली क्रिकेटर के कौशल को चमकाकर भविष्य की क्रिकेट टीम के लिए ऐसी धरोहर सहेजकर रखना चाहते हैं जो भविष्य में राष्ट्रीय टीम में योगदान कर सकें। उनका मानना है कि यह सारे प्रयास सार्थक करने के लिए सबसे पहले केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के विभिन्न स्कूल, कॉलेजाें और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज की जाएगी। कोच की देखरेख में क्रिकेट की क्लास शुरू करने, मानसिक आत्मबल कोर्स, शारीरिक फिटनेस और कौशल प्रशिक्षण का आयोजन करना पड़ेगा।

सुरेश रैना का मानना है कि क्रिकेट केवल एक खेल नहीं है बल्कि यह एक ऐसी प्रक्रिया विकसित करता है, जो पेशेवर तरीके से व्यक्तियों के एक समूह को इस तरह से ढालता है कि वे जीवनभर अनुशासन में उन्हें रहने व मानसिक और शारीरिक रूप से फिट व स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित करता है। जब कोई भी बच्चा किसी भी खेल गतिविधि में भाग लेता है तो वे स्वयं ही शारीरिक फिटनेस के प्रति और अधिक सजग हो जाता है। एक खिलाड़ी को यह पता होता है कि उसकी शारीरिक फिटनेस उसके लिए कितना महत्व रखती है।

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने विशेष रूप से सुरेश रैना की सेवाएं लेने के लिए उन्हें आमंत्रित किया है जिसे अब सहर्ष सुरेश रैना ने भी स्वीकारते हुए जल्द ही प्रदेश में आने का लिखित रूप से प्रस्ताव भी भेज दिया है। 


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