जम्मू-कश्मीर में 7052 चतुर्थ श्रेणी पदों के लिए होगी परीक्षा, नियुक्ति के समय दिखाना होगा डोमिसाइल
कोई साक्षात्कार नहीं होगा। सिर्फ 100 अंकों लिखित परीक्षा होगी। परीक्षा में मेरिट के आधार पर चयन किया जा सकेगा। आवेदन के समय डोमिसाइल प्रमाणपत्र जमा कराना अनिवार्य नहीं है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू कश्मीर में 7052 चतुर्थ श्रेणी पदों के लिए लिखित परीक्षा होगी। पारदर्शिता लाने के लिए साक्षात्कार को समाप्त कर दिया गया है। प्रदेश में नौकरियों के नाम पर जारी भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए स्पष्ट नीति बनाई गई है। इस नीति के अनुसार दैनिक वेतनभोगियों को आयु सीमा में पांच साल की छूट होगी। उन अभ्यर्थियों को पांच अंक अतिरिक्त मिलेंगे जिनके परिवार से कोई भी सरकारी सेवा में नहीं होगा। आर्थिक तौर पर पिछड़े, विधवाओं, तलाकशुदा महिलाओं और निराश्रय लड़कियों को भी पांच अंक अतिरिक्त मिलेंगे। पांच साल या उससे ज्यादा समय से सरकारी विभागों में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को भी पांच अंक अतिरिक्त मिलेंगे। उपराज्यपाल जीसी मुमरु़ की अध्यक्षता में हुई प्रशासनिक परिषद की बैठक में जम्मू कश्मीर चतुर्थ श्रेणी में नियुक्ति (विशेष भर्ती) नियम 2020 को मंजूरी दी गई है। नौकरी पर नियुक्ति के समय डोमिसाइल अनिवार्य तौर पर दिखाना होगा।
प्रदेश प्रशासन के प्रवक्ता और ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने वीरवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में पहले से ही डाक्टर, पशु चिकित्सक, पंचायत लेखा सहायक और चतुर्थ श्रेणी के लिए करीब 10 हजार पदों की भर्ती की घोषणा की जा चुकी है। चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती के साथ यह प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। सभी सरकारी विभागों में रिक्त चतुर्थ श्रेणी के 7052 पदों पर भर्ती के लिए विशेष मुहिम चलाई जा रही है। सभी भर्तियां कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से की जाएंगी।
नियमों में किया गया है संशोधन: रोहित कंसल ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया को सरल बनाने और विलंब से बचने के लिए प्रशासकीय परिषद ने सभी संबधित विभागों को संबधित भर्ती नियमों में संशोधन व सुधार का आदेश दिया है। अब उन्हें भर्ती नियम में बदलाव के लिए अलग से अनुमोदन की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि पूर्व में नियमों में विसंगतियों को दुरुस्त करने के लिए नए नियम बनाए गए हैं। विज्ञापित पदों को एक साल के भीतर भरना होगा, अगर अपरिहार्य कारणों से एक साल में यह पद नहीं भरे जाते हैं तो अधिकतम छह माह का समय और प्रदान किया जा सकता है।
इन्हें मिलेगी छूट
- समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गाें के उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा में पांच अंक अतिरिक्त मिलेंगे। इनमें विधवा, तलाकशुदा, निराश्रय लड़कियां शामिल हैं।
- सरकारी सेवा से वंचित परिवार के सदस्य को पांच अंक अतिरिक्त मिलेंगे।
- पांच साल से सेवा में शामिल दैनिक वेतनभोगियों और कैजुअल कर्मियों को पांच अंकों का लाभा मिलेगा। इसके साथ उन्हें आयु सीमा में पांच साल की छूट भी होगी। पहले यह 42 साल तक आवेदन कर सकते थे। अब इसे बढ़ाकर 47 वर्ष कर दिया गया है।
डोमिसाइल तय समय में मिलेगा: डोमिसाइल प्रमाणपत्र की प्रक्रिया के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह नियम बहुत स्पष्ट और सरल हैं। डोमिसाइल प्रमाणपत्र एक निर्धारित समयावधि में जारी किया जाएगा। स्टेट सब्जेक्ट (पूर्व जम्मू कश्मीर का नागरिकता प्रमाणपत्र) धारकों को अलग से कोई दस्तावेज पेश नहीं करना है। कश्मीरी विस्थापितों को विस्थापित पंजीकरण प्रमाणपत्र के आधार पर डोमिसाइल मिलेगा। अन्य विस्थापितों के लिए भी अलग से प्रावधान है।
मेरिट के आधार पर होगा चयन: उन्होंने बताया कि कोई साक्षात्कार नहीं होगा। सिर्फ 100 अंकों लिखित परीक्षा होगी। परीक्षा में मेरिट के आधार पर चयन किया जा सकेगा। आवेदन के समय डोमिसाइल प्रमाणपत्र जमा कराना अनिवार्य नहीं है। चयन सूची जारी होने के बाद ही जमा कराना होगा।
अब वेतनमान स्तर पांच (29200 रुपये से 92300 रुपये प्रतिमाह वेतन) के पदों के लिए चयन सिर्फ लिखित परीक्षा के आधार पर होगा। इन पदों या इनके समकक्ष नौकरियों के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया से संबंधित नियमों व आदेशों को रद करते हुए ही नयी अधिसूचना जारी की गई है।