Coronavirus in J&K: एक फीसद से भी कम रह गए हैं जम्मू-कश्मीर में कोरोना के सक्रिय मामले
जम्मू-कश्मीर में लगातार चलाई गए अभियान के बाद अब सक्रिय मामलों की संख्या लगातार कम हो गई है। अब एक फीसद से भी कम मरीज सक्रिय रह गए हैं। अन्य सभी स्वस्थ होकर घरों में चले गए हैं। सांबा जिला ही ऐसा है जहां साढ़े तीन फीसद मरीज सक्रिय हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । जम्मू-कश्मीर में लगातार चलाए गए अभियान के बाद अब सक्रिय मामलों की संख्या लगातार कम हो गई है। अब एक फीसद से भी कम मरीज सक्रिय रह गए हैं। अन्य सभी स्वस्थ होकर घरों में चले गए हैं। सिर्फ सांबा जिला ही ऐसा है जहां पर साढ़े तीन फीसद मरीज सक्रिय हैं। उधमपुर और गांदरबल जिलों में भी दो फीसद के आसपास मरीज सक्रिय हें। अन्य जिलों में सक्रिय मरीजों की संख्या एक फीसद के आसपास या इससे भी कम हैं। इस समय जम्मू-कश्मीर में 1,23,343 मरीज हैं। इनमें से 1,20,198 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 1921 की मौत हो चुकी हैं। सिर्फ 1224 अर्थात एक फीसद मरीज ही इस समय अ सक्रिय हैं। जम्मू और श्रीनगर जिलों में सबसे अधिक मामले आए। लेकिन अब दोनों ही जिलों में एक फीसद से भी कम मामले रह गए हैं। अन्य अठारह जिलों में भी सिर्फ उधमपुर, गांदरबल, और सांबा जिलों में ही मामले अधिक हैं।
जम्मू संभाग के रियासी, किश्तवाड़, कठुआ और राजौरी जिलों में 0.30 फीसद के आसपास ही मरीज रह गए हैं। यह वे जिले हें जहां पर इस समय सबसे कम मरीज रह गए हैं। कश्मीर में भी गांदरबल जिले को छोड़ दिया जाए तो अन्य सभी जिलों में एक फीसद के आसपास ही मामले रह गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में लगातार चलाए जा रहे अभियानों के कारण ही सक्रिय मामलों की संख्या में कमी आई है। स्वास्थ्य निदेशक जम्मू डा. रेनू शर्मा का कहना है कि सभी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों, ब्लाक विकास अधिकारियों, डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ ने काेरोना के मरीजों के इलाज और उनकी स्क्रीनिंग में अहम भूमिका निभाई है। उनका कहना है अब टीकाकरण अभियान भी शुरू हो गया है। उन्होंने लोगों से आगे भी एसओपी का पालन करने को कहा ताकि कोरोना के मामलों को पूरी तरह से खत्म किया जा सके।