Militancy In Kashmir: आतंकी पुत्र की मौत के बाद जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हो गया था हमीद चोपन; त्राल मुठभेड़ में मारा गया
अब्दुल हमीद चोपन की उम्र करीब 49 साल बतायी जाती है। उसके अलावा कश्मीर में एक और आतंकी मोहम्मद युसूफ डार उर्फ कांतरु जो बडगाम में सक्रिय है लगभग 47 साल का है। चोपन अपने आतंकी पुत्र आदिल की मौत के कुछ महीने बाद अपने घर से गायब हो गया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: दक्षिण कश्मीर में त्राल के नगबरेन इलाके में गत शनिवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड में मारे गए तीन आतंकियों में शामिल अब्दुल हमीद चोपन बीते दो दशकों में कश्मीर में मारा गया सबसे उम्र दराज आतंकी था। उसका बेटा आदिल चोपन भी हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी था, जाे नवंबर 2017 में गुज्जर-बस्ती त्राल में सुरक्षाबलों के हाथों मारा गया था। अब्दुल हमीद के साथ मारे गए अन्य दो आतंकियों की पहचान वकील शाह और इलियास नजीर के रुप में हुई है। ये तीनों जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन से संबंध रखते थे।
अब्दुल हमीद चोपन की उम्र करीब 49 साल बतायी जाती है। उसके अलावा कश्मीर में एक और आतंकी मोहम्मद युसूफ डार उर्फ कांतरु जो बडगाम में सक्रिय है, लगभग 47 साल का है। अब्दुल हमीद चोपन अपने आतंकी पुत्र आदिल चौपान की मौत के कुछ महीने बाद ही अपने घर से गायब हो गया था। वह जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी बन गया। उसके घर में अब उसकी पत्नी, बेटी और एक बेटा रह गया है। हमीद की पत्नी का एक भाई भी आतंकी था।
कश्मीर मामलाें के विशेषज्ञ अजात जम्वाल ने बताया कि अब्दुल हमीद चोपन का मामला कश्मीर के कई सच उजागर करता है। आम तौर पर कहा जाता है कि फलां युवक इसलिए आतंकी बना क्योंकि उसके बाप को सुरक्षाबलों ने पीटा या उसके घर में सुरक्षाबलों ने तलाशी ली। लेकिन हमीद चोपन के साथ ऐसा कुछ नहीं था। वह 47 साल की उम्र में आतंकी बना था। इससे आप कश्मीर में जिहादी मानसिकता और जिहादी तत्वों की पकड़ का अदांजा लगा सकते हैं। आतंकी बेटे की मौत के बाद बाप का आतंकी बनना भी यह पहला मामला है।
आपको जानकारी हो कि सुरक्षाबलाें ने त्राल म्यूनिस्पल कमेटी के चेयरमैन राकेश पंडिता, एसपीओ, उसकी पत्नी व बेटी समेत करीब एक दर्जन हत्याओं में वांछित जैश-ए-माेहम्मद के कुख्यात आतंकी वकील अहमद शाह काे उसके दो अन्य साथियों हमीद चोपान, इलियास नज़र को नागबरेन, त्राल की पहाड़ियों में मार गिराया। आतंकी वकील अहमद त्राल म्यूनिस्पल कमेटी के चेयरमैन राकेश पंडिता, एसपीओ फैयाज अहमद, उसकी पत्नी राजा बेगम और बेटी रफिया जान के अलावा डार गनई गुंड की रहने वाली शकीला बेगम, त्राल पायीन के मोहम्मद अयूब अहंगर, नूराबाद के शब्बीर अहमद समेत एक दर्जन लाेगों की हत्या में पुलिस को वांछित था।