जम्मू-कश्मीर में हालात बिगाड़ने की 99 फीसद आतंकी साजिश नाकाम, कश्मीर में 210 आतंकी सक्रिय
Militancy in Kashmir जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की संख्या करीब 210 बताते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा कि इस समय आतंकियों की भर्ती अपने न्यूनतम स्तर पर कही जानी चाहिए। यह बहुत अच्छी बात है। पाकिस्तान यहां नशे के जरिए अब युवाओं को खत्म करना चाहता है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने वीरवार को दावा किया कि दोनों राजधानी शहरों श्रीनगर व जम्मू समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हालात बिगाडऩे की 99 फीसद आतंकी साजिशों को बीते दो सालों में नाकाम किया गया है। इससे आतंकी पूरी तरह हताश हैं। इसलिए वह कुछ सनसनीखेज वारदात करने की फिराक में हैं। इस समय कश्मीर में करीब 210 आतंकी सक्रिय हैं।
हंदवाड़ा में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से एक संक्षिप्त बातचीत में उन्होंने कहा कि कृष्णा ढाबा या बागात बरजुला की घटना को आतंकियों की हताशा के रूप में देखा जाना चाहिए। हमारा पड़ोसी मुल्क भी इस समय हताश हो चुका है। उसके मंसूबे पूरी तरह नाकाम हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भी आतंकी श्रीनगर के बागात बरजुला जैसी घटना दोहराने की साजिश रच सकते हैं। हमें इस साजिश का पता है और इससे निपटने के लिए प्रभावशाली रणनीति तैयार की है। आतंकियों को किसी तरह का मौका न मिले, इसके लिए तलाशी अभियान तेज किए गए हैं, जगह-जगह तलाशी ली जा रही है। आम लोग भी इसमें पूरा सहयोग कर रहे हैं। वह जानते हैं कि यह तलाशी अभियान उनकी ही सुरक्षा के लिए हैं।
जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की संख्या करीब 210 बताते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा कि इस समय आतंकियों की भर्ती अपने न्यूनतम स्तर पर कही जानी चाहिए। यह बहुत अच्छी बात है। अगर हम 2016 से लेकर 2020 तक के कश्मीर के हालात को देखे तो 2021 को कश्मीर में बहुत ही ज्यादा शांत व सुरक्षित माहौल की उम्मीद कर सकते हैं।
300 आतंकी घुसपैठ की फिराक में: डीजीपी ने कहा कि एक सूचना के मुताबिक 250-300 आतंकी गुलाम कश्मीर और पाकिस्तान में बने लांचिंग पैड पर घुसपैठ की फिराक में हैं, लेकिन इन्हें कामयाब नहीं होने देंगे। बीएसएफ और सेना का घुसपैठरोधी तंत्र बहुत मजबूत है। पाकिस्तान ड्रोन के जरिए ही हथियार और नशीले पदार्थ जम्मू कश्मीर में भेज रहा है। पाकिस्तान यहां नशे के जरिए अब युवाओं को खत्म करना चाहता है।
- भारत-पाकिस्तान के बीच एलओसी पर जंगबंदी को फिर से बहाल करने संबंधी समझौते से नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। अगर सरहद पर शांति होगी तो पूरे प्रदेश में, पूरे देश में विकास का माहौल होगा। पाकिस्तान को भी तरक्की का मौका मिलेगा। - दिलबाग सिंह, पुलिस महानिदेशक, जम्मू-कश्मीर