चीन के सामानों को ठेंगा, त्योहार पर बिके 90 फीसद देसी उत्पाद
जागरण संवाददाता जम्मू त्योहार के सीजन में जम्मू के व्यापारियों ने इस बार चीन को आईना दिखा
जागरण संवाददाता, जम्मू : त्योहार के सीजन में जम्मू के व्यापारियों ने इस बार चीन को आईना दिखा दिया। चीन को आर्थिक चोट पहुंचाने की ठान चुके जम्मू के व्यापारियों ने दीवाली समेत सभी त्योहारों पर स्थानीय उत्पादों की बिक्री की। त्योहारों के इस सीजन में पिछले एक महीने में जम्मू में करीब 500 करोड़ का कारोबार हो चुका है और अभी तक जो आकलन सामने आया है, उसके अनुसार नब्बे फीसद से अधिक सामान भारत निर्मित कंपनियों का बेचा गया है।
त्योहारों के इस सीजन में सबसे बड़ा बाजार ऑटोमोबाइल व सर्राफा का रहता है। इस बार त्योहारों के सीजन में इसी बाजार ने करीब 200 करोड़ रुपये का कारोबार किया। इस मार्केट में चीन की मौजूदगी न के बराबर है। जम्मू के इलेक्ट्रॉनिर व खिलौना बाजार में चीन का सबसे अधिक दबदबा रहता था। त्योहारों के इस सीजन में यह बाजार भी करीब 100 करोड़ रुपये का कारोबार करता है। पहले इस बाजार में 70 फीसद से अधिक चीन निर्मित सामान बिकता था, लेकिन इस बार नब्बे फीसद भारत निर्मित सामान की बिक्री हुई। बाजार के सूत्रों के अनुसार कुछ स्टॉकिस्ट के पास पुराना चीन निर्मित सामान बचा था और यह दस फीसद बिक्री इसी बचे हुए सामान की हुई। हर साल दीवाली पर जम्मू में चीन निर्मित लड़ियां खूब बिकती थीं, लेकिन इस बार यह मार्केट भी देसी लड़ियों से रोशन नजर आई। इतना ही नहीं सरकार की ओर से विदेशी पटाखों पर रोक लगाने से दीवाली की आतिशबाजी भी इस बार हरित व स्वदेशी पटाखों से ही हुई।
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-जम्मू के व्यापारियों ने एक साल पहले ही यह संकल्प ले लिया था कि न तो चीन का सामान बेचेंगे और न खरीदेंगे, यह उसी का नतीजा है कि इस बार त्योहारों की खरीदारी चीन के सामानों से मुक्त रही। चीन के खिलाफ आम लोगों में गुस्सा है, इसलिए अब लोग चीन का सामान खरीदने में भी रुचि नहीं दिखाते। व्यापारी भी स्वदेशी को प्रोत्साहित कर रहे हैं और अब इसमें केंद्र सरकार का भी सहयोग मिल रहा है।
-मुनीष महाजन, उपाध्यक्ष ट्रेडर्स फेडरेशन वेयर हाउस, नेहरू मार्केट-फोटो नंबर 4 के साथ
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-हमने ठान लिया है कि चीन को सबक सिखाना है और उसे आर्थिक चोट पहुंचानी है। पिछले एक साल से जम्मू के व्यापारी इस दिशा में काम कर रहे हैं। खाने-पीने की चीजों से लेकर खिलौने तक में इस बार चीन का बहिष्कार किया गया है। राहत की बात यह है कि इस सीजन व्यापारियों के पास चीनी सामान का विकल्प था। खुदरा बाजार में स्वदेशी सामान की उपलब्धता थी और इसी कारण लोग खरीदारी भी कर पाए और व्यापारी बिक्री भी।
-दीपक गुप्ता, महासचिव ट्रेडर्स फेडरेशन वेयर हाउस, नेहरू मार्केट-फोटो नंबर 5 के साथ